लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कोरोना संक्रमण से बचाव और उपचार की व्यवस्थाओं को निरन्तर सुदृढ़ रखने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का पूर्णतया पालन सुनिश्चित कराया जाए। प्रदेश में संक्रमण की स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, किन्तु इस सम्बन्ध में थोड़ी लापरवाही भी भारी पड़ सकती है। इसके दृष्टिगत लोगों को संक्रमण से बचाव के सम्बन्ध में निरन्तर जागरूक किया जाए। उन्हें मास्क पहनने, टीकाकरण कराने तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित किया जाए।
मुख्यमंत्री जी आज यहां अपने सरकारी आवास पर आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने निर्देशित किया कि प्रदेश के सभी जनपदों में स्थापित किए गए इंटीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर (आई0सी0सी0सी0) को 24ग्7 एक्टिव रखा जाए। पूर्व की भांति वहां नियमित बैठकें आयोजित की जाएं। सभी जनपदों के आई0सी0सी0सी0 हेल्पलाइन नम्बर सार्वजनिक कर इसका व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में शासकीय तथा निजी कोविड अस्पतालों की तैयारी की समीक्षा के साथ-साथ मॉकड्रिल भी की जाए। आगामी 03 व 04 जनवरी को यह कार्य प्रदेश में एक साथ हो। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी/विशेषज्ञों की निगरानी में संसाधनों को परखा जाए। वेण्टिलेटर, नीकू, पीकू की संख्या आवश्यकतानुसार और बढ़ाई जाए। प्रदेश में अब तक 551 नये ऑक्सीजन प्लाण्ट स्थापित हो चुके हैं। उन्होंने सभी ऑक्सीजन प्लाण्ट क्रियाशील रखने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मार्च, 2020 में जब प्रदेश में पहला कोविड केस आया था, तब हमारे पास टेस्टिंग फैसिलिटी तथा उपचार की व्यवस्था नहीं थी। आज प्रत्येक जनपद में आर0टी0पी0सी0आर0 टेस्ट की व्यवस्था सुनिश्चित की गयी है। प्रदेश में कोविड अस्पतालों में आइसोलेशन वॉर्ड के साथ-साथ आई0सी0यू0 बेड्स भी पर्याप्त संख्या में हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड के खिलाफ वैक्सीन सुरक्षा कवच है। जिन लोगों ने अभी तक वैक्सीन नहीं लगवायी है, उन्हें जल्द से जल्द टीका लगवाने के लिए प्रेरित किया जाए। साथ ही, जिन लोगों को टीके की दूसरी डोज दी जानी है, उन्हें शीघ्र ही यह डोज लगायी जाए। टीका लगाने के लिए सी0एम0 हेल्पलाइन के माध्यम से भी आमजन से संपर्क किया जाए।
बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि राज्य में गत दिवस तक 20 करोड़ 14 लाख 50 हजार से अधिक कोरोना वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी हैं। 07 करोड़ 34 लाख 19 हजार से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज देकर कोविड सुरक्षा कवच प्रदान किया जा चुका है। 12 करोड़ 80 लाख 30 हजार से अधिक लोगों ने कोविड वैक्सीन की पहली डोज प्राप्त कर ली है। यह संख्या टीकाकरण के लिए पात्र प्रदेश की कुल आबादी की 86.84 प्रतिशत है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 01 लाख 93 हजार 549 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 09 करोड़ 31 लाख 08 हजार 435 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।
बैठक में मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया गया कि पिछले 24 घण्टों में राज्य में कोरोना संक्रमण के 383 नए मामले सामने आए हैं। इस अवधि में 31 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 1,211 है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि निगरानी समितियों को पूरी तरह से एक्टिव किया जाए। इन्हें सक्रिय करते हुए टीकाकरण की स्थिति का डोर-टू-डोर सर्वे किया जाए तथा बचे हुए लोगों का टीकाकरण कराया जाए। गांव तथा शहरी वार्ड में बाहर से आने वालों की ट्रेसिंग-टेस्टिंग करायी जाए। आवश्यकतानुसार होम क्वारन्टीन अथवा अस्पताल में उपचार की सुविधा दिलायी जाए। उन्होंने कहा कि पुलिस द्वारा लोगों को मास्क लगाने, भीड़ न लगाने तथा रात्रि 10 बजे के बाद घर जाने के लिए प्रेरित किया जाए। रात्रिकालीन कोरोना कर्फ्यू के नाम पर किसी के साथ दुर्व्यवहार न किया जाए। इस बात पर भी ध्यान दिया जाए कि लोगों में अनावश्यक पैनिक न हो।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि आगामी 03 जनवरी से 15 से 18 वर्ष के किशोर बच्चों को कोविड टीकाकरण का सुरक्षा कवर प्रदान करने का महत्वपूर्ण कार्यक्रम प्रारंभ हो रहा है। किशोरों के टीकाकरण के लिए व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जाए। इसी प्रकार 10 जनवरी से सभी कोरोना वॉरियर्स, हेल्थकेयर व फ्रंटलाइन वर्कर्स तथा 60 वर्ष से ऊपर की आयु के को-मॉर्बीडिटी वाले नागरिकों को प्री-कॉशन डोज दी जाएगी। इसके दृष्टिगत वैक्सीन की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। भारत सरकार से सतत सम्पर्क में रहें। कोविड टीकाकरण में उत्तर प्रदेश ने अब तक उल्लेखनीय कार्य किया है। यह क्रम आगे भी जारी रहे, इसके लिए सभी जरूरी प्रबन्ध किए जाएं।