लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री अखिलेश यादव ने मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के विकास के लिए 18 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास करते हुए कहा कि इस विश्वविद्यालय को बेहतर बनाने के लिए जो भी प्रस्ताव आयेगा, उसे पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने पूर्वांचल के विद्यार्थियों के भविष्य को देखते हुए इस काॅलेज को प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का दर्जा दिया।
मुख्यमंत्री आज गोरखपुर में मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने इस अवसर पर 27 छात्र-छात्राओं को गोल्ड मेडल देकर सम्मानित किया। समाजवादी सरकार ने पूर्वांचल के छात्र-छात्राओं के भविष्य को देखते हुए, इसे आवासीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय का दर्जा दिया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को और बेहतर बनाने के लिए जो भी प्रस्ताव अथवा मांग रखी जाएगी, उसको पूरा किया जाएगा। उन्होंने छात्र-छात्राओं का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा कि पढ़ाई में बहुत मेहनत करनी चाहिए, क्योंकि आगे आने वाला समय तकनीकी क्रान्ति का समय होगा।
श्री यादव ने विश्वविद्यालय में आज जिन परियोजनाओं का लोकार्पण तथा शिलान्यास किया, उसमें 7 क्लास रूम, 5 सेमिनार रूम, एलायड विभाग में एक लैब, लाइब्रेरी में वातानुकूलन की व्यवस्था, तिलक भवन का छात्रावास, वर्चुअल क्लास रूम का लोकार्पण तथा एम0बी0ए0 भवन के प्रथम तल, छात्रावास के विस्तार एवं उच्चीकरण, केवीए सोलर प्लान्ट, कुलपति कैम्प एवं प्रशासनिक भवन के नये पोर्टिको एवं काॅन्फ्रेंस हाॅल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि छात्रों के स्वस्थ बनाये रखने के लिए यदि जिम की व्यवस्था एवं साइकिल ट्रैक के लिए प्रस्ताव आयेगा तो राज्य सरकार इसके लिए सहयोग देगी।
वर्तमान राज्य सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद कन्नौज के दो गांव में सोलर प्लान्ट लगाकर निःशुल्क बिजली दी जा रही है। देश में सबसे तेज रफ्तार से लखनऊ में मेट्रो रेल का निर्माण कार्य कराया जा रहा है, जो शीघ्र ही पूर्ण हो जायेगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सिंचाई, ऊर्जा जैसी बुनियादी जरूरतों के लिए ठोस कदम उठाए हैं। विभिन्न विकास योजनाएं व कार्यक्रम तैयार कर उनका गम्भीरता से क्रियान्वयन सुनिश्चित कराया है, जिसके परिणाम अब दिखने लगे हैं।
श्री यादव ने कहा कि पूर्वांचल के लिए गोरखपुर में एम्स की स्थापना आवश्यक है। स्थानीय मेडिकल कालेज में कैंसर की बीमारी के इलाज की सुविधा के लिए कोबाल्ट मशीन तथा एम0आर0आई0 मशीन आगामी जनवरी माह से क्रियाशील हो जाएगी, जिससे आम जन के बेहतर इलाज में और आसानी होगी।