लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज जनपद गोरखपुर में यूक्रेन से सकुशल लौटे छात्र-छात्राओं से मुलाकात की। इस अवसर पर यूक्रेन से भारत वापस आये छात्र-छात्राओं ने मुख्यमंत्री जी के साथ अपने अनुभव साझा किये।
मुख्यमंत्री जी ने विद्यार्थियों का अभिनन्दन करते हुए कहा कि प्रदेश के कुल 2290 विद्यार्थी यूक्रेन में अध्ययनरत थे, जिनमें से 2078 विद्यार्थी वापस आ चुके हैं। शेष विद्यार्थियों को भी सकुशल वापस लाने की व्यवस्था की जा रही है। जनपद गोरखपुर से 74 विद्यार्थी यूक्रेन गये थे, जिनमें 70 विद्यार्थी वापस आ चुके हैं। शेष 04 बच्चों को सुरक्षित वापस लाने की व्यवस्था की जा रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यूक्रेन में फंसे भारतीयों को वापस लाने के लिए भारत सरकार द्वारा ऑपरेशन गंगा अभियान चलाया जा रहा है। इसके लिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि यूक्रेन के युद्धग्रस्त क्षेत्र से भारतीयों को वापस लाने के लिए विशेष सुविधाएं मिल रही हैं। युद्ध शुरू होते ही प्रधानमंत्री जी ने वहां से भारतीयों को वापस लाने के लिए कार्यवाही प्रारम्भ की। यह केन्द्र सरकार की संवेदना को व्यक्त करता है। भारत सरकार व राज्य सरकार ने अपने यहां एक-एक नोडल अधिकारी तैनात किया, जिनके द्वारा युद्धग्रस्त क्षेत्र में उपस्थित भारतीयों की जानकारी जुटाकर उनके अभिभावकों के साथ संवाद स्थापित कराया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि भारतीय दूतावास द्वारा भारतीयों को वापस भारत भेजने की कार्यवाही प्रारम्भ की गयी। भारत के प्रत्येक देश से अच्छे सम्बन्ध होने के कारण रोमानिया, पोलैण्ड, हंगरी इत्यादि देश भारतीय नागरिकों को भारत भेजने में सहयोग कर रहे हैं। केन्द्र सरकार द्वारा भारतीयों को वापस लाने के लिए 04 केन्द्रीय मंत्री-श्री हरदीप सिंह पुरी, जनरल वी0के0 सिंह, श्री ज्योतिरादित्य एम0 सिंधिया तथा श्री किरण रिजिजू भेजे गये थे। इनके मार्गदर्शन में वहां उपस्थित भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापस लाया जा रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के सभी छात्र-छात्राओं को वापस लाने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार की तरफ से अधिकारियों का एक ग्रुप दिल्ली में मौजूद है, जिनके द्वारा यूक्रेन से वापस आये छात्रों को दिल्ली के यू0पी0 भवन में ठहराकर सुरक्षित उनके घरों तक पहुंचाने की व्यवस्था की जा रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने उपस्थित सभी विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आप लोगों को मानसिक रूप से स्वस्थ रहना होगा। युद्ध के समयकाल और अनिश्चितता को देखते हुए केन्द्र व राज्य सरकार वापस आये सभी विद्यार्थियों के कैरियर के सम्बन्ध में विचार कर रही हैं। राज्य व केन्द्र सरकार नेशनल मेडिकल कमीशन के सम्पर्क में है और उसी के अनुसार प्लानिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि सभी विद्यार्थियों को अपने पाठ्यक्रम को देखते रहना चाहिए तथा उसके सम्बन्ध में तैयारी करते रहना चाहिए।