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मुख्यमंत्री पर्वतीय महापरिषद द्वारा आयोजित ‘उत्तरायणी कौथिग-2025’ में सम्मिलित हुए

उत्तर प्रदेश

लखनऊ : मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी आज यहां पर्वतीय महापरिषद द्वारा आयोजित ‘उत्तरायणी कौथिग-2025’ में सम्मिलित हुए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से लोक संस्कृति, लोक परम्परा, लोक साहित्य, लोक गायन, लोक कथा पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ रही है और ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की परिकल्पना साकार हो रही है। हम सभी को देश के विकास के लिए व सुरक्षा को मजबूत बनाने के लिए मिलकर कार्य करना होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि महाकौथिग पर्व भगवान सूर्य के उत्तरायण में जाने के साथ प्रारम्भ होता है। पर्वतीय महापरिषद द्वारा यह पर्व 14 जनवरी से 23 जनवरी, 2025 तक आयोजित किया जा रहा है। उत्तराखण्ड से जुड़े पर्वतीय समाज के लोग श्रद्धाभाव के साथ इस पर्व में सम्मिलित होते हैं। विगत दो दशक से अधिक समय से पर्वतीय महापरिषद द्वारा यह कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। प्रदेश के विभिन्न स्थानों में निवास कर रहे उत्तराखण्ड से जुड़े लोग अपने पर्व, त्योहारों और अपनी विरासत को इस प्रकार के आयोजनों के माध्यम से आगे बढ़ा रहे हैं।
हम अपनी समृद्ध विरासत को विस्मृत नहीं कर सकते। विरासत के दो रूप हैं। प्रथम रूप में हम अपने पर्व और त्योहारों के माध्यम से सांस्कृतिक विरासत को आगे बढ़ाते हैं तथा दूसरे रूप में हम अपने अमर शहीदों का स्मरण करते हैं। महापुरुषों की जयन्ती पर या किसी अन्य विशिष्ट घटना को केंद्र में रखकर विभिन्न आयोजनों के साथ जुड़ते हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तरायणी कौथिग पर्व में सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ-साथ अनेक प्रतियोगिताएं होती हैं। अलग-अलग तबके व विभिन्न आयु वर्ग के लोग इन प्रतियोगिताओं से जुड़ते हैं। इसके साथ ही, पर्वतीय समाज से जुड़ी विभूतियों को सम्मानित करने का कार्य भी किया जाता है। श्री भगत सिंह कोश्यारी का यहां सम्मान किया गया। श्री कोश्यारी ने महाराष्ट्र में राज्यपाल व उत्तराखण्ड में मुख्यमंत्री के रूप में सेवाएं दीं। उन्होंने उत्तर प्रदेश में भी विभिन्न कार्य किये। श्री कोश्यारी अपनी सहजता व सरलता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने अपना पूरा जीवन मातृभूमि के लिए समर्पित किया है। कार्यक्रम में सैनिकों को और उनके परिवारों को भी सम्मानित किया गया है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि उत्तर प्रदेश व देश के विकास में पर्वतीय समाज की बड़ी भूमिका है। उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री भारतरत्न पं0 गोविंद बल्लभ पंत जी उत्तराखण्ड में पैदा हुए थे। वह एक महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। वह देश के गृह मंत्री बने। स्व0 श्री हेमवती नंदन बहुगुणा जी का सम्बन्ध भी उत्तराखण्ड से था। वह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थे। उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री व केन्द्रीय मंत्री के रूप में भी अपनी सेवाएं दीं। श्री नारायण दत्त तिवारी जी उत्तराखण्ड की देन हैं, जिन्होंने उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री के रूप में विकास का एक विजन दिया। ऐसी अनेक विभूतियां उत्तराखण्ड ने देश को दी हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि देश के प्रथम चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ जनरल बिपिन रावत जी उत्तराखण्ड के थे और देश के तृतीय चीफ ऑफ डिफेन्स स्टाफ भी उत्तराखण्ड की देन हैं। वर्तमान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री अजीत डोभाल जी भी उत्तराखण्ड की ही देन हैं। ऐसी अनेक विभूतियों को देने वाला और देश की सुरक्षा की आवश्यकता के लिए अपनी जवानी लगाने वाला उत्तराखण्ड का नौजवान है।
इस अवसर पर वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री श्री सुरेश कुमार खन्ना, लखनऊ की महापौर श्रीमती सुषमा खर्कवाल, सलाहकार मुख्यमंत्री श्री अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, गृह एवं सूचना श्री संजय प्रसाद तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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