लखनऊ : उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने आज इन्दौर, मध्य प्रदेश में छत्रपति शिवाजी महाराज वाटिका स्थल व छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा का लोकार्पण किया। मुख्यमंत्री जी ने छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में छत्रपति शिवाजी महाराज को नमन करते हुए कहा कि शिवाजी महाराज का शौर्य और पराक्रम लोगों को सदैव राष्ट्रवाद के पथ पर अग्रसर रहने की प्रेरणा प्रदान करता रहेगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज की गौरवशाली परम्परा पर सम्मान व्यक्त करने के लिए हर भारतवासी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का आभारी है। प्रधानमंत्री जी की प्रेरणा से ही भारतीय नौसेना ने अंग्रेजों के कालखण्ड से चले आ रहे अपने चिन्ह को हटाकर छत्रपति शिवाजी महाराज की नौसेना के चिन्ह को अंगीकार किया है। उत्तर प्रदेश सरकार आगरा में छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर एक भव्य म्यूजियम का निर्माण करा रही है, जो शिवाजी महाराज की वीरता और उनके पराक्रम के साथ-साथ भारत के इतिहास के प्रति गौरव की अनुभूति कराने वाला होगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस वर्ष हिन्दवी स्वराज के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के 350 वर्ष पूर्ण होने का उत्सव पूरे देश में मनाया जाएगा। इसकी शुरूआत आज देवी अहिल्याबाई होल्कर के शहर इन्दौर ने कर दी है। छत्रपति शिवाजी महाराज ने हिन्दवी स्वराज की स्थापना उस समय क्रूर और बर्बर शासन-सत्ता को चुनौती देकर की थी। परिणामस्वरूप आज भी उसी श्रद्धा व सम्मान के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज को हम सभी स्मरण करते हैं, जिस गौरव व सम्मान के साथ उस कालखण्ड में हिन्दवी स्वराज के प्रति प्रत्येक भारतवासी करता था।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि 17वीं शताब्दी में इस प्रकार की शासन-सत्ता मिलनी दुर्लभ थी, जिसने लोक कल्याण, प्रजा के प्रति समर्पण भाव के साथ भारत के राष्ट्रवाद को एक नई ऊंचाई तक पहुंचाने का कार्य किया था। शिवाजी महाराज के इसी शौर्य व पराक्रम को देखकर महाकवि भूषण ने कहा था-‘दावा द्रुम दंड पर, चीता मृगझुंड पर, भूषन वितुंड पर, जैसे मृगराज हैं, तेज तम अंस पर, कान्ह जिमि कंस पर, त्याँ मलिच्छ बंस पर, सेर शिवराज हैं’ अर्थात- जिस प्रकार पेड़ों के तनों पर दावानल, हिरणों के झुण्ड पर चीता, हाथी पर शेर, अंधेरे पर प्रकाश की एक किरण, कंस पर कृष्ण भारी हैं, उसी प्रकार म्लेच्छ वंश पर शिवाजी शेर के समान हैं।
350 वर्षां के बाद भी भारतवासी श्रद्धा व सम्मान के साथ छत्रपति शिवाजी महाराज का पुण्य स्मरण कर गौरव के साथ जीवन व्यतीत कर रहे हैं। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में आज हर भारतवासी गौरव की अनुभूति कर रहा है। भारत के लिए बहुत शुभ अवसर पर चल रहा है। विगत 09 और 10 सितम्बर को जी-20 समूह के देशों की एक बहुत बड़ी समिट दिल्ली में सफलतापूर्वक आयोजित की गयी। आज पूरी दुनिया बदलते हुए भारत को और भारत के नेतृत्व को देख रही है। नये भारत का दर्शन कर रही है।
नया भारत लोक मंगल, विश्वकल्याण, वसुधैव कुटुम्बकम् के भावों को अंगीकार करते हुए आगे बढ़ रहा है और दुनिया को आकर्षित कर रहा है। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत आर्थिक समृद्धि की नई ऊंचाईयों को प्राप्त कर रहा है। जी-20 सम्मेलन में वैश्विक नेताओं के एकत्र होने से यह सिद्ध हुआ है कि भारत को महाशक्ति बनने से दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती। प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में ही भारत दुनिया की महान ताकत के रूप में उभर रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि यदि हमें भारत को दुनिया की एक महान ताकत के रूप में स्थापित करना है, तो भारत की परम्परा, सनातन धर्म की परम्परा, आध्यात्मिक व सांस्कृतिक परम्परा को आगे बढ़ाने वाले महापुरुषों और राष्ट्रनायकों, स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति सम्मान और गौरव की अनुभूति हर भारतवासी के मन में होनी चाहिए। छत्रपति शिवाजी महाराज का यह भव्य स्मारक इस बात के लिए हम सभी को प्रेरणा देता है। उन्होंने इस भव्य स्मारक के लिए इन्दौर के महापौर व उनकी टीम को बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इन्दौर ने इस बार भी स्वच्छता सर्वेक्षण में अग्रणी स्थान प्राप्त किया तथा स्मार्ट सिटी में भी एक गौरवशाली स्थान प्राप्त किया है। यह टीमवर्क का परिणाम है। इन्दौर ने एक नया मानक गढ़ा है। उन्होंने इसके लिए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान, मध्य प्रदेश सरकार व इन्दौरवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दीं।
इससे पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने उज्जैन में श्री महाकालेश्वर मंदिर में दर्शन-पूजन किया। उन्होंने इन्दौर स्थित पूज्य योगी माधवनाथ महाराज जी के समाधि स्थल श्रीनाथ मंदिर में दर्शन-पूजन कर ध्वज स्तम्भ का लोकार्पण भी किया।