लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने जे0ई0/ए0ई0एस0 के प्रभावी नियंत्रण के सम्बन्ध में कार्ययोजना बनाकर सभी तैयारियां पूरी किये जाने के निर्देश दिये हैं। उन्होंने कहा है कि जून माह में सभी सम्बन्धित विभाग संचारी रोग नियंत्रण की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करें, जिससे कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान को सफलतापूर्वक चलाया जा सके। गत वर्ष संचारी रोगों के नियंत्रण में अच्छी सफलता मिली है। इस वर्ष संचारी रोग नियंत्रण अभियान को और अधिक तेजी प्रदान करते हुए संचालित किया जाए। उन्होंने सभी सम्बन्धित विभागों को जे0ई0/ए0ई0एस0 के सम्बन्ध में एक नोडल अधिकारी नियुक्त किये जाने के भी निर्देश दिये हैं।
मुख्यमंत्री जी आज अपने सरकारी आवास पर संचारी रोग नियंत्रण अभियान से सम्बन्धित गतिविधियों की समीक्षा कर रहे थे। उन्हांेने कहा कि प्रदेश के 38 जनपद जे0ई0/ए0ई0एस0 से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। जे0ई0/ए0ई0एस0 सहित अन्य वेक्टर जनित रोगों की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग के साथ समन्वय बनाकर नगर विकास, पंचायती राज, महिला एवं बाल विकास, ग्राम्य विकास, चिकित्सा शिक्षा, बेसिक व माध्यमिक शिक्षा, पशुधन एवं अन्य विभागों को इस रोग पर नियंत्रण प्राप्त करने के सभी उपाय करने होंगे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि दिमागी बुखार से बचने की पूरी तैयारी समयबद्ध ढंग से कर ली जाए, जिससे आगामी 01 जुलाई से चलाये जाने वाले संचारी रोग नियंत्रण अभियान को सफलतापूर्वक संचालित किया जा सके। उन्होंने कहा कि जे0ई0/ए0ई0एस0 वेक्टर जनित रोग हैं। इसलिए इनकी रोकथाम के लिए प्रभावित जनपदों में विशेष स्वच्छता अभियान चलाने के अतिरिक्त इसके विरुद्ध लोगों को जागरूक कर अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए। इस कार्य के लिए शिक्षण संस्थान व स्वयंसेवी संस्थाओं को जोड़े जाने की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि सभी विभागों के समन्वित प्रयासों से ही संचारी रोगों पर नियंत्रण प्राप्त किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने सभी सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों से संचारी रोग नियंत्रण अभियान से सम्बन्धित गतिविधियों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि हर हाल में 15 जून, 2019 तक सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाएं। उन्होंने कहा कि स्वच्छ एवं शुद्ध पेयजल की उपलब्धता आवश्यक है। जल निकासी के आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित किये जाएं। दवा का छिड़काव नियमित रूप से किया जाए। उन्होंने कहा कि गन्दगी के कारण बीमारियों का प्रकोप बढ़ता है। खुले में शौच से मुक्ति अभियान को शत-प्रतिशत सुनिश्चित किया जाए। पाॅलीथीन के उपयोग को हर हाल में रोकने के लिए अभियान चलाया जाए। हैण्डपम्पों की रिबोरिंग और मरम्मत का कार्य सुनिश्चित हो। जन जागरूकता अभियान व्यापक पैमाने पर चलाया जाए। स्कूली बच्चों एवं उनके अभिभावकों को संचारी रोगों के नियंत्रण के सम्बन्ध में जागरूक किया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने यह भी निर्देश दिये कि स्वास्थ्य केन्द्रों पर चिकित्सकों की उपस्थिति सुनिश्चित हो और आई0सी0यू0 चालू हालत में रहें। उन्होंने कहा कि किसी भी अस्पताल में चिकित्सकीय आवश्यकताओं से सम्बन्धित कोई कमी न रहे। जिला अस्पताल, मेडिकल काॅलेज एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में भी समन्वय जरूरी है। सभी स्वास्थ्य केन्द्रों पर डाॅक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध रहे।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि पाइप पेयजल योजना के प्रभावी संचालन की व्यवस्था के लिए यह देखा जाए कि पेयजल लोगों तक पहुंच रहा है। इसके लिए उन्होंने जल निगम को निर्देश देते हुए कहा कि पाइप पेयजल योजना के तहत जलापूर्ति सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में ओ0डी0एफ0 अभियान निरन्तर जारी रहे। निगरानी समितियों को सक्रिय किया जाए। साथ ही, लोगों को शौचालय के उपयोग के लिए जागरूक किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद में स्थानीय स्तर पर ही जे0ई0/ए0ई0एस0 के उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित हो। उन्होंने कहा कि सभी अधिकारी सम्बन्धित जनपदों में भ्रमण करें तथा संचारी रोग नियंत्रण अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करें।
इस अवसर पर कृषि मंत्री श्री सूर्य प्रताप शाही, नगर विकास मंत्री श्री सुरेश खन्ना, अपर मुख्य सचिव दिव्यांगजन श्री महेश कुमार गुप्ता, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा श्री रजनीश दुबे, प्रमुख सचिव पशुधन श्री सुधीर बोबड़े, प्रमुख सचिव नगर विकास श्री मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव सिंचाई श्री टी0 वेंकटेश, प्रमुख सचिव कृषि श्री अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव बाल विकास एवं पुष्टाहार सुश्री मोनिका एस0 गर्ग, सचिव ग्राम्य विकास सुश्री कामिनी रतन चैहान सहित सभी सम्बन्धित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।