लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने अपने सरकारी आवास पर कोरोना वायरस कोविड-19 पर नियंत्रण हेतु लागू लाॅकडाउन व्यवस्था की समीक्षा की।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि शेल्टर होम्स में सोशल डिस्टैंसिंग का पूरा ध्यान रखा जाए। शेल्टर होम्स में भोजन, पेयजल, दवा आदि की पूरी व्यवस्था के साथ ही साफ-सफाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि एनेस्थेशिया, फिजीशियन, गाइनेकोलाॅजी तथा बाल रोग के विशेषज्ञ चिकित्सकों की सूची तैयार कर इन्हें प्रशिक्षण दिया जाए। इनके साथ ही आयुष के चिकित्सकों तथा पैरामेडिकल स्टाफ को भी प्रशिक्षित किया जाए। उन्हांेने कहा कि प्रत्येक राजकीय मेडिकल काॅलेज में कोविड-19 की टेस्टिंग लैब स्थापित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि पी0पी0ई0 का निर्माण राज्य में किया जाए। उन्होंने महिला स्वयं सहायता समूह द्वारा मास्क बनाए जाने पर बल दिया। युवा वाॅलेन्टियर्स विशेष रूप से युवक मंगल दल, नेहरू युवा केन्द्र, एन0सी0सी0 तथा एन0एस0एस0 के लोगों को प्रशिक्षित कर इनकी सेवाएं ली जाएं। वस्तुओं के होम डिलीवरी सिस्टम को सुदृढ़ बनाने के लिए पोस्टमैन की सेवाएं ली जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने फेक न्यूज प्रसारित करने वालों के विरुद्ध डिजास्टर मैनेजमेण्ट एक्ट के तहत अधिकारियों को कार्यवाही करने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री जी ने लाभार्थियों को राहत राशि उपलब्ध कराए जाने के दृष्टिगत बैंकों में अवकाश के दिनों में भी कार्य किए जाने के निर्देश अधिकारियों को दिये।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में सभी आवश्यक वस्तुओं की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित की जाए तथा सप्लाई चेन में किसी प्रकार की रूकावट न आने पाए। किराना आदि की दुकानों में जरूरी वस्तुओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए, जिससे आमजन को किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव वित्त श्री संजीव कुमार मित्तल, अपर मुख्य सचिव सूचना एवं गृह श्री अवनीश कुमार अवस्थी, पुलिस महानिदेशक श्री हितेश सी0 अवस्थी, अपर मुख्य सचिव राजस्व श्रीमती रेणुका कुमार, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल एवं श्री संजय प्रसाद, प्रमुख सचिव स्वास्थ्य श्री अमित मोहन प्रसाद, सूचना निदेशक श्री शिशिर सहित वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।