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मुख्यमंत्री ने वर्चुअल माध्यम से टीम-9 के सदस्यों के साथ कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा की

उत्तर प्रदेश

लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा है कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में आ रही कमी और बेहतर हो रिकवरी दर आशाजनक संकेत है। इसके दृष्टिगत उन्होंने कोविड-19 के खिलाफ कार्यवाही को प्रभावी ढंग से जारी रखने के निर्देश दिए हैं।
मुख्यमंत्री जी आज वर्चुअल माध्यम से आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में टीम-9 के सदस्यों के साथ कोविड-19 की स्थिति की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में अवगत कराया गया कि पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में नए केस की संख्या में गिरावट आ रही है, जबकि स्वस्थ होकर डिस्चार्ज होने वालों की संख्या बढ़ रही है। विगत 24 घण्टों में प्रदेश में 25,858 संक्रमण के नए मामले सामने आए हैं, जबकि इसी अवधि में 38,683 लोग स्वस्थ होकर अस्पताल से डिस्चार्ज हुए हैं।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि कोरोना के उपचार की व्यवस्थाओं को और सुदृढ़ किया जाए। कोविड संक्रमण की स्थिति को देखते हुए प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं में निरन्तर वृद्धि की जाए। चिकित्सा शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ निजी अस्पतालों को भी कोविड मरीजों के उपचार के लिए क्रियाशील किया गया है। जरूरत कोविड बेड की संख्या बढ़ाने की है। इसके दृष्टिगत सभी जनपदों में बेड की वर्तमान क्षमता को दोगुना करना होगा। उन्होंने सभी जिलों में बेड की संख्या वृद्धि के प्रयासों की नियमित मॉनीटरिंग करने के निर्देश दिए।
बैठक में अवगत कराया गया कि लखनऊ में एच0ए0एल0 द्वारा 250 बेड का हॉस्पिटल जल्द ही क्रियाशील हो जाएगा। स्वास्थ्य विभाग द्वारा यहां के लिए मानव संसाधन की व्यवस्था कराई जाए। इसी प्रकार, लखनऊ और वाराणसी में डी0आर0डी0ओ0 के सहयोग से सभी सुविधाओं से युक्त नए कोविड अस्पताल भी तैयार किये गए हैं। के0जी0एम0यू0 में 140 बेड और बढ़ जाएंगे। लखनऊ में ही कैंसर संस्थान में विशेष कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल क्रियाशील हो रहा है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि संक्रमण की चेन को तोड़ने में टेस्टिंग की महत्वपूर्ण भूमिका है। इसके दृष्टिगत टेस्टिंग कार्य को पूरी क्षमता से संचालित करने के निर्देश देते हुए उन्होंने टेस्ट की संख्या में निरंतर वृद्धि करने के निर्देश दिए। बैठक में यह जानकारी दी गयी कि विगत 24 घण्टों में प्रदेश में 2,08,558 सैम्पल की जांच की गई, जिसमें 1,18,000 टेस्ट केवल आर0टी0पी0सी0आर0 विधि से किये गए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति बेहतर करने के लिए निरन्तर जरूरी प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने प्रत्येक जनपद की ऑक्सीजन मांग, आपूर्ति और खपत का दैनिक विवरण मुख्यमंत्री कार्यालय को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी जिलों में ऑक्सीजन आपूर्ति पर लगातार नजर रखी जाए। होम आइसोलेशन में उपचाराधीन लोगों को जरूरत के अनुसार ऑक्सीजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था सभी जिलों में प्रभावी ढंग से लागू की जाए। इस सम्बन्ध में प्रत्येक जनपद में एक रीफिलर होम आइसोलेशन के मरीजों को ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए नामित किया जाए। यदि किसी मरीज का परिजन सिलेण्डर रीफिलिंग के लिए प्रयासरत हो, तो उसकी मदद की जाए। बैठक में अवगत कराया गया कि गत दिवस प्रदेश में 788 मीट्रिक टन ऑक्सीजन वितरित की गई। ऑक्सीजन ऑडिट की प्रारम्भिक रिपोर्ट के आधार पर अनावश्यक खपत में कमी आयी है।
यह भी जानकारी दी गई कि 10 टैंकर वाली एक विशेष ऑक्सीजन एक्सप्रेस आज लखनऊ आ रही है। अगले एक-दो दिवस के भीतर जामनगर, गुजरात से 40 टन ऑक्सीजन के साथ ऑक्सीजन एक्सप्रेस आएगी। पश्चिम बंगाल से भी टैंकर से ऑक्सीजन की आपूर्ति हो रही है। जनपद अयोध्या में बन्द पड़े ऑक्सीजन प्लाण्ट को पुनः संचालित कराया जा रहा है। 34 जिलों में 50-50 बेड वाले सी0एच0सी0 में गन्ना विकास विभाग एवं आबकारी विभाग द्वारा चीनी मिलों और डिस्टिलरीज के माध्यम से ऑक्सीजन जेनेरेशन की दिशा में विशेष प्रयास किये जा रहे हैं। एम0एस0एम0ई0 इकाइयों से भी सीधे अस्पतालों को जोड़कर आपूर्ति कराई जा रही है। भारत सरकार को 61 जिलों में ऑक्सीजन प्लाण्ट की स्थापना के प्रस्ताव भेज दिए गए हैं। 14 जनपदों में पी0एम0 केयर्स फण्ड से ऑक्सीजन प्लाण्ट स्थापना का कार्य जारी है। मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि नए ऑक्सीजन प्लाण्ट की स्थापना की कार्यवाही तेजी से पूरी की जाए। उन्होंने इसकी नियामित समीक्षा करने के भी निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में रेमडेसिविर सहित सभी जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराई जा रही है। भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश के लिए रेमडेसिविर का दैनिक आवंटन भी बढ़ा दिया है। सरकारी कोविड अस्पतालों में यह इंजेक्शन पूर्णतः निःशुल्क है। निजी अस्पतालों को जरूरत के अनुसार जिलाधिकारी/मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा इसकी उपलब्धता कराई जा रही है। सभी जिलाधिकारी और सी0एम0ओ0 यह सुनिश्चित करें कि जब भी किसी मरीज को यह इंजेक्शन दिया जाए तो वहां नर्सिंग स्टाफ के साथ-साथ एक चिकित्सक भी उपस्थित हो। उन्होंने इस जीवनरक्षक दवा की मांग, आपूर्ति और खपत का पूरा विवरण रखा जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कोविड टीकाकरण कार्य प्रदेश सुचारु ढंग से संचालित हो रहा है। 18 से 44 आयु वर्ग के लोगों का टीकाकरण सात जिलों में सोमवार से शनिवार तक हर दिन हो रहा है। इस संबंध में वैक्सीन की आपूर्ति बढ़ाने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट और भारत बायोटेक के भारतीय विकल्पों के साथ-साथ वैश्विक संस्थाओं से भी संपर्क किया जाए। इसके लिए ग्लोबल टेण्डर जारी किया जाए। उन्होंने इस कार्य को शीर्ष प्राथमिकता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेण्टर (आई0सी0सी0सी0) कोविड प्रबन्धन की रीढ़ है। लखनऊ सहित सभी जनपदों में आई0सी0सी0सी0 के कार्मिक मरीजों/परिजनों को समुचित जानकारी दें। व्यवहार संवेदनशील रखें। जिलाधिकारी तथा मुख्य चिकित्सा अधिकारी प्रत्येक दिन आई0सी0सी0सी0 का भ्रमण कर व्यवस्थाओं का निरीक्षण करें तथा यह दैनिक बैठक आहूत कर स्थिति की समीक्षा करें। उन्होंने में कोविड व नॉन कोविड मरीजों के लिए टेलीकन्सल्टेशन सुविधा को और बेहतर किये जाने पर बल दिया।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड संक्रमण से ग्रस्त ज्यादातर लोग समुचित चिकित्सकीय परामर्श से होम आइसोलेशन में रहते हुए ही स्वस्थ हुए हैं। बहुत कम संख्या ऐसी है, जिन्हें अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत होती है। उन्होंने निर्देशित कि होम आइसोलेशन में उपचाराधीन लोगों को जिलाधिकारी/मुख्य चिकित्सा अधिकारी समय से मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें। लापरवाही की स्थिति में शासन स्तर से इनकी जवाबदेही तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि आई0सी0सी0सी0 और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन प्रत्येक दिन होम आइसोलेशन में रह है लोगों से संवाद स्थापित किया जाए। इन मरीजों को टेलीकन्सल्टेशन द्वारा चिकित्सीय परामर्श दिया जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए राज्य सरकार निरन्तर आवश्यक कदम उठा रही है। वर्तमान में प्रदेश में आगामी 06 मई प्रातः 07 बजे तक आंशिक कोरोना कफ्र्यू प्रभावी है। इस अवधि में आवश्यक और अनिवार्य सेवाएं सतत जारी रखी जाएं। दवा, सब्जी, किराना की दुकानें, औद्योगिक इकाइयां आदि सतत संचालित रहें। यह सुनिश्चित किया जाए कि कहीं भी भीड़ न हो।
आंशिक कोरोना कफ्र्यू के कारण कहीं भी किसी श्रमिक, ठेला लगाने वाले, रेहड़ी व्यवसायी, दैनिक मजदूर आदि को भोजन की समस्या न हो, ऐसे में ‘कम्युनिटी किचन के संचालन की आवश्यकता है। उन्होंने निर्देशित किया कि कृषि उत्पादन आयुक्त के स्तर से इस सम्बन्ध में आवश्यक प्रयास किए जाएं। औद्योगिक इकाइयों में भी श्रमिकों के लिए भोजन आदि का आवश्यकतानुसार प्रबन्ध रहे। यह हर हाल में सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी व्यक्ति भोजन के अभाव में परेशान न हो।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड संक्रमण से गांवों को सुरक्षित रखने के लिए आगामी 05 मई से विशेष कोविड टेस्टिंग अभियान प्रारम्भ हो रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा इस वृहद अभियान के सम्बंध में टेस्टिंग किट, आर0आर0टी0 की संख्या आदि में वृद्धि सहित सभी जरूरी तैयारियां समय से सुनिश्चित की जाएं। कोविड और नॉन-कोविड मरीजों के लिए सभी जिलों में एम्बुलेंस सेवा का सुचारु संचालन किया जाए। ‘108’ सेवा की 50 प्रतिशत एम्बुलेंस को कोविड कार्य के लिए आरक्षित रखा जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड सम्बन्धी व्यवस्था को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से प्रदेश के सभी जिलों में सेक्टर मजिस्ट्रेट प्रणाली लागू की गई है। सेक्टर मजिस्ट्रेट अपने क्षेत्र में लगातार भ्रमण करें। हॉस्पिटल के बाहर भी यह लोग भ्रमण करते हुए लोगों की मदद करें। हर छोटी-बड़ी गतिविधियों पर सीधी नजर रखें। प्रत्येक जरूरतमन्द को सरकारी नीतियों के अनुरूप सभी जरूरी मदद उपलब्ध कराएं। कोविड मरीजों के लिए शासन द्वारा तय डिस्चार्ज पॉलिसी को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए।
सभी मुख्य चिकित्सा अधिकारी यह सुनिश्चित करें कि कोविड अस्पतालों में वरिष्ठ चिकित्सक नियमित राउण्ड लें। सभी निजी एवं सरकारी कोविड अस्पताल में एक व्यक्ति की यह जिम्मेदारी तय की जाए कि वह दिन में कम से कम एक बार मरीज के स्वास्थ्य की अद्यतन जानकारी उसके परिवारीजन को अवश्य दें। यह व्यवस्था प्रभावी ढंग से लागू कराई जाए। आपदा की इस स्थिति में मरीजों और उनके परिजनों के साथ पूरी संवेदनशीलता के साथ व्यवहार होना चाहिए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड मरीजों की स्वास्थ्य सुरक्षा में हमारे चिकित्सकों व पैरामेडिकल स्टाफ सहित सभी अस्पतालों की ओर से सतत सहयोग प्राप्त हो रहा है। इनका सेवाभाव और दायित्व निर्वहन की भावना प्रेरणास्पद है। कोविड मरीजों के इलाज एवं देखभाल में सेवारत चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ सहित सभी स्वास्थ्य कर्मियों, पैरामेडिकल स्टाफ, हाउसकीपिंग स्टाफ, स्वच्छता कर्मियों आशा व आंगनबाड़ी कार्यकत्र्रियों आदि की सेवाएं सेवाभाव और कर्तव्यपरायणता का उत्कृष्ट उदाहरण है। सरकार ने ऐसे कार्मिकों को प्रोत्साहन प्रदान अतिरिक्त मानदेय प्रदान करने की घोषणा की है।
अस्पतालों में सेवारत चिकित्सकों, पैरामेडिक्स, नर्सिंग स्टाफ को कोविड सेवा के दिवसों के लिए वर्तमान वेतन/मानदेय का 25 प्रतिशत अतिरिक्त देय होगा। इसी प्रकार अन्य कोरोना वॉरियर्स के लिए भी अतिरिक्त मानदेय प्रदान किया जाएगा। यह अतिरिक्त मानदेय ड्यूटी के उपरांत इनके आइसोलेशन अवधि के लिए भी दिया जाएगा। मेडिकल/नर्सिंग अंतिम वर्ष के छात्र-छात्राओं की सेवाएं भी कोविड सेवा कार्य में ली जाएंगी, उन्हें भी मानदेय प्रदान किया जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि स्वच्छता, सैनिटाइजेशन तथा फाॅगिंग कार्य युद्ध स्तर पर किया जाए। मास्क के अनिवार्य उपयोग के सम्बन्ध में प्रवर्तन की कार्यवाही प्रभावी ढंग से जारी रखी जाए। शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में निगरानी समिति पूरी सक्रियता से कार्य करें। औद्योगिक इकाइयों में कोविड प्रोटोकाॅल का पालन कराते हुए गतिविधियां संचालित की जाएं।
समीक्षा में चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री श्री जय प्रताप सिंह, स्वास्थ्य राज्यमंत्री श्री अतुल गर्ग सहित वरिष्ठ अधिकारीगण वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित हुए।

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