लखनऊ: मुख्यमंत्रीयोगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि प्रदेश में विगत 08 दिनों में 65 हजार कोविड एक्टिव केस कम हुए हैं। प्रदेश में विगत 30 अप्रैल को 03 लाख 10 हजार एक्टिव केस थे, जो आज सभी के सम्मिलित प्रयासों के मद्देनजर घटकर 02 लाख 45 हजार तक आ चुके हैं। आज केन्द्र सरकार व प्रदेश सरकार के सामूहिक प्रयासों की बदौलत संक्रमण की दर को कम करने में सफलता मिल रही है।
मुख्यमंत्री जी आज जनपद मुरादाबाद के भ्रमण के अवसर पर मीडिया प्रतिनिधियों से वार्ता कर रहे थे। इसके पूर्व, मुख्यमंत्री जी ने इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेन्टर, मुरादाबाद का निरीक्षण किया। उन्होंने वहां तैनात कर्मियों से वार्ता कर कार्याें के सम्बन्ध में फीडबैक लिया। तत्पश्चात एक उच्चस्तरीय बैठक में उन्होंने मुरादाबाद मण्डल के कोविड प्रबन्धन कार्याें की समीक्षा की। इस बैठक में जनपद मुरादाबाद के जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारियों के साथ-साथ मुरादाबाद मण्डल के अन्य जनपदों के जिलाधिकारी एवं अधिकारी वर्चुअल माध्यम से सम्मिलित हुए।
गांवों को संक्रमण से सुरक्षित रखने के लिए विगत 05 मई से संचालित प्रदेशव्यापी विशेष जांच अभियान की प्रगति को मौके पर परखने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री जी ने विकास खण्ड मुरादाबाद सदर के मनोहरपुर गांव का भ्रमण किया। उन्होंने निगरानी समितियों तथा आर0आर0टी0 द्वारा अभियान में किए जा रहे कार्यों के सम्बन्ध में फीडबैक प्राप्त किया। इस दौरान उन्होंने होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को मेडिकल किट, इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेन्टर से नियमित संवाद के बारे में सीधी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने लोगों से मास्क के अनिवार्य उपयोग, दो गज की दूरी के पालन, बार-बार हाथ को साबुन से धोने आदि महामारी से बचाव सम्बन्धी उपायों को अपनाने का आह्वान किया।
मण्डलीय समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि जनपद मुरादाबाद और अमरोहा में टेस्ट की संख्या में वृद्धि की जाए। उन्होंने मण्डल के सभी जनपदों के जिलाधिकारियों से निगरानी समितियों तथा आर0आर0टी0 की संख्या की जानकारी प्राप्त करते हुए जनपद अमरोहा और मुरादाबाद में आर0आर0टी0 की संख्या में वृद्धि के निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि मण्डल में आॅक्सीजन की आपूर्ति की व्यावहारिक व्यवस्था बनायी जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि मेडिकल किट संक्रमण की दृष्टि से संदिग्ध सभी लोगों को भी अनिवार्य रूप से उपलब्ध करायी जाए। उन्होंने जनपद अमरोहा में कोविड वैक्सीनेशन कार्य की गति को तेज करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री जी ने निर्देशित किया कि निगरानी समितियों को प्रवासी कामगारों की स्क्रीनिंग की जिम्मेदारी सौंपी जाए। आंशिक कोरोना कफ्र्यू के दौरान कम्युनिटी किचन के माध्यम से जरूरतमन्द लोगों को फूड पैकेट उपलब्ध कराया जाए। सभी जिलाधिकारी यह सुनिश्चित करें कि निजी एम्बुलेन्स चालक अथवा प्राइवेट अस्पताल द्वारा लोगों का शोषण न होने पाए। इस पर प्रभावी अंकुश लगाने के लिए निजी एम्बुलेन्स का किराया निर्धारित किया जाए। प्रत्येक प्राइवेट अस्पताल द्वारा स्वास्थ्य विभाग की निर्धारित दर पर ही मरीजों से शुल्क लिया जाए। मण्डल के सभी जनपदों में कोविड बेड की संख्या में वृद्धि के लिए लगातार प्रयास किये जाएं। आर0टी0पी0सी0आर0, रैपिड एण्टीजन तथा टूªनैट टेस्ट की संख्या बढ़ायी जाए।
मीडिया प्रतिनिधियों से वार्ता करते हुए मुख्यमंत्री जी ने यह भी कहा कि दुनिया इस सदी की सबसे बड़ी महामारी का सामना कर रही है। विकसित देशों का हेल्थ सिस्टम ध्वस्त होता दिखा है। लेकिन मानवता अपने सामूहिक प्रयासों से महामारी को भी घुटने टेकने पर मजबूर कर देगी। कोरोना महामारी की द्वितीय लहर व किसी अन्य सम्भावित चुनौती का मुकाबला करने के लिए केन्द्र सरकार, प्रदेश सरकार, जनप्रतिनिधिगण एवं हमारी प्रशासनिक मशीनरी, हेल्थ वर्कर्स सहित अन्य कोरोना वाॅरियर्स मजबूती से अपने कार्याें को सम्पादित कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना की प्रथम लहर की तुलना में द्वितीय लहर में संक्रमण दर 30 से 50 गुना अधिक है। अतः हमें कोरोना से संक्रमित लोगों की तत्काल पहचान करते हुए उनके उपचार की समुचित व्यवस्था करनी होगी। इसी क्रम में प्रदेश में प्रतिदिन सवा दो लाख से ढाई लाख कोविड टेस्ट किये जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश, देश में सर्वाधिक टेस्ट करने वाला राज्य है। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम निगरानी समिति एवं सभी शहरी क्षेत्रों में मोहल्ला निगरानी समिति गठित की गयी हैं, जो स्क्रीनिंग के कार्याें को निष्पादित कर रही हैं। विगत 05 मई से सभी ग्राम निगरानी समितियों द्वारा प्रदेशव्यापी विशेष स्क्रीनिंग अभियान प्रारम्भ किया गया है। इस कार्य हेतु उन्हें इन्फ्रारेड थर्मामीटर, पल्स आॅक्सीमीटर, मास्क एवं हैण्ड ग्लव्स प्रदान किये गये हैं। निगरानी समिति लक्षणयुक्त व संदिग्ध मामलों की पहचान कर रही हैं तथा संदिग्ध लोगों तक रैपिड रिस्पाॅन्स टीम पहुंचकर उनका कोविड परीक्षण कर रही हैं। वहीं दूसरी ओर निगरानी समितियां लक्षणयुक्त लोगों को तत्काल मेडिकल किट प्रदान कर रही हैं, ताकि उनका उपचार तत्काल प्रारम्भ हो सके।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि मुरादाबाद मण्डल के सभी जनपदों में अनवरत आॅक्सीजन आपूर्ति की व्यवस्था की गयी है। मण्डल में पहले से मौजूद 03 आॅक्सीजन प्लाण्ट के अतिरिक्त 08 नये आॅक्सीजन प्लाण्ट स्वीकृत किये गये हैं। नये स्वीकृत आॅक्सीजन प्लाण्ट में 05, जनपदों में तथा 03 मण्डल मुख्यालय में स्थापित किये जाएंगे। उन्होंने कहा कि मुरादाबाद मण्डल के सभी कोविड अस्पतालों के लिए 200 से अधिक आॅक्सीजन कंसेन्ट्रेटर उपलब्ध कराए गये हैं। इसके अलावा, यहां एयर सेपरेशन यूनिट भी है। आॅक्सीजन एक्सप्रेस एवं आॅक्सीजन टैंकरों के माध्यम से भी मुरादाबाद मण्डल को आॅक्सीजन उपलब्ध करायी जा रही है। उन्होंने जिला प्रशासन को निर्देश दिए कि आवश्यकतानुसार प्रत्येक अस्पताल को एवं होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों को आॅक्सीजन उपलब्ध करायी जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की प्रथम लहर में आॅक्सीजन की आवश्यकता लगभग 300 मीट्रिक टन थी, जो आज निरन्तर बढ़ती जा रही है। प्रदेश के विभिन्न जनपदों में कल 01 हजार मीट्रिक टन से अधिक की आॅक्सीजन आपूर्ति सुनिश्चित की गयी है। दीर्घकालिक व्यवस्था के क्रम में प्रदेश के 61 जनपदों में आॅक्सीजन प्लाण्ट केन्द्र सरकार के सहयोग से लगाए जा रहे हैं। राज्य सरकार अपने संसाधनों से भी विभिन्न जनपदों में आॅक्सीजन प्लाण्ट स्थापित कर रही है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रत्येक जनपद में ‘108’ एम्बुलेन्स सेवा की 50 से 75 प्रतिशत एम्बुलेन्स का उपयोग कोविड कार्य में किया जा रहा है। इसी सन्दर्भ में मुरादाबाद मण्डल में 253 एम्बुलेन्स कोविड कार्य के लिए संचालित हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वर्तमान समय में कोविड पाॅजिटिव व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना हमारी प्राथमिकता है। नाॅन कोविड मरीज को टेली कंसल्टेन्सी की सुविधा भी उपलब्ध करायी जा रही है। हर जनपद में बच्चों और महिलाओं के लिए डेडीकेटेड हास्पिटल की व्यवस्था तथा ‘102’ सेवा की एम्बुलेन्स का लाभ केवल उन्हीं को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गये हैं। यह निर्देश भी दिए गये हैं कि कैंसर रोग, हृदय रोग से ग्रस्त नाॅन कोविड गम्भीर मरीजों अथवा किडनी के रोगी जो डायलिसिस की प्रक्रिया में हैं, उनके लिए भी जनपदों में डेडीकेटेड हास्पिटल निर्धारित करते हुए उन्हें समस्त आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करायी जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश के सभी जनपदों में इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेन्टर सक्रिय हैं। जनपद मुरादाबाद में 25 सीटर इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेन्टर शिफ्ट वाइज सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि इण्टीग्रेटेड कमाण्ड एण्ड कण्ट्रोल सेन्टर में आवश्यकतानुसार टेलीफोन नम्बर बढ़ाए जाए तथा अलग-अलग कार्य अलग-अलग व्यक्ति को जिम्मेदारी के साथ दिया जाए। इन कार्यांे में होम आइसोलेशन में रह रहे लोगों से संवाद, टेलीकंसल्टेन्सी की सुविधा, मेडिकल किट की उपलब्धता का फीडबैक, एम्बुलेन्स सेवा का लाभ, आॅक्सीजन की उपलब्धता इत्यादि शामिल हैं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि टीकाकरण कार्यक्रम सफलतापूर्वक प्रदेश में आगे बढ़ रहा है। राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के 07 जनपदों में 01 मई से 18 से 44 आयुवर्ग के लोगों के लिए निःशुल्क टीकाकरण कार्यक्रम प्रारम्भ किया गया है, इसी क्रम में जनपद मुरादाबाद में आगामी सोमवार से 18 वर्ष से अधिक आयु के लोगों के लिए निःशुल्क टीकाकरण कार्यक्रम प्रारम्भ किया जाएगा। टीकाकरण के लिए पहले से रजिस्ट्रेशन कराया जाए तथा नियत तिथि एवं केन्द्र पर लोग टीकाकरण के लिए अवश्य जाएं। इस सन्दर्भ में कोविड प्रभावित व्यक्ति कम से कम एक माह बाद ही अपना टीकाकरण कराएं तथा बुखार आने पर व्यक्ति टीकाकरण न कराएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि वैक्सीन कीमती है। अतः लोग अपनी बारी आने पर वैक्सीन जरूर लगवाए तथा वैक्सीन के जीरो वेस्टेज के सभी सम्भावित उपाए किये जाएं। आने वाले दिनों में 18 से 44 आयुवर्ग के निःशुल्क टीकाकरण कार्यक्रम से शेष अन्य जनपदों को भी जोड़ा जाएगा।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोरोना के खिलाफ इस लड़ाई में मेरा आप सबसे आग्रह होगा कि लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाए, क्योंकि इस महामारी में उपचार से महत्वपूर्ण बचाव है और बचाव के उपायों के बारे में हम जितना जागरूक लोगों को कर पाएंगे उतना ही अधिक सकुशल रखने में सफल होंगे।
मुख्यमंत्री जी के जनपद मुरादाबाद भ्रमण कार्यक्रम के अवसर पर जल शक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह, पंचायतीराज मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह चैधरी सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण तथा मण्डल के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।