देहरादून: अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री ओम प्रकाश ने बताया कि विगत 12 जुलाई, 2019 को जनपद टिहरी गढ़वाल में विधानसभा क्षेत्र नरेन्द्र नगर तथा जनपद पौड़ी गढ़वाल के विधानसभा क्षेत्र यमकेश्वर के मध्य मुनिकीरेती में गंगा नदी पर ब्रिटिश काल में निर्मित लगभग 90 वर्ष से अधिक पुराना लक्ष्मण झूला सेतु अत्यधिक जीर्ण-शीर्ण होने तथा उसके विभिन्न कम्पोनेन्ट (Component) की लोडिंग क्षमता वर्तमान में यातायात के दृष्टिगत सुरक्षित न होने के कारण आवागमन हेतु बन्द कर दिये जाने का निर्णय लिया गया था। उक्त सेतु के अपस्ट्रीम साईड (Upstream side) में पैदल झूला सेतू निर्मित किये जाने के उद्देश्य से विभागीय अधिकारियों द्वारा साईट सलेक्शन ( Site selection) किया गया तथा 150 मीटर स्पान का पैदल झूला सेतु निर्मित किये जाने हेतु उक्त लोकेशन (Location) को उपयुक्त पाया गया।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि सेतु के निर्माण से पूर्व प्रथम चरण के प्रक्रियात्मक कार्यों जैसे भूमि एवं स्ट्रक्चर का प्रतिकर, Utility shifting , विस्तृत सर्वेक्षण, डिजायन/ड्राइंग तथा Vetting आदि कार्यों हेतु आगणन का गठन किया गया तथा शासन द्वारा आज दिनांक 02 अगस्त, 2019 को इन कार्यों हेतु रू. 303.60 लाख की स्वीकृति प्रदान की गयी है।
उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के कार्य पूर्ण होने के पश्चात सेतु के निर्माण से सम्बन्धित विस्तृत आगणन (डी.पी.आर.) शासन द्वारा स्वीकृत की जायेगी तथा कुम्भ मेला-2021 से पूर्व उक्त सेतु का निर्माण पूर्ण कराया जाना प्रस्तावित है।
उन्होंने बताया कि लक्ष्मण झूला सेतु पर रेट्रोफिटिंग (Retrofitting) का कार्य कराते हुए इसे पर्यटन के दृष्टिगत धरोहर के रूप में उपयोग में लाया जायेगा।