देहरादून: मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने महिला दिवस पर सभी माताओं, बहनों व बेटियों को शुभकामनायें दी है। इस अवसर पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने कहा है कि प्राचीन काल से ही हमारे समाज में नारी का विशेष स्थान रहा है। हमारे पौराणिक ग्रंथों में नारी को पूज्यनीय एवं देवीतुल्य माना गया है। हमारी धारणा रही है कि देव शक्तियाँ वहीं पर निवास करती हैं जहाँ पर समस्त नारी जाति को प्रतिष्ठा व सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है। आज का युग परिवर्तन का युग है। आज नारी पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर चल रही है। उसने समाज व राष्ट्र को यह सिद्ध कर दिखाया है कि शक्ति अथवा क्षमता की दृष्टि से वह किसी से भी कम नहीं है। वह दिन दूर नहीं जब नर-नारी, सभी के सम्मिलित प्रयास फलीभूत होंगे और हमारा देश विश्व के अन्य अग्रणी देशों में से एक होगा। तीलू रौतेली, रामी बौराणी, टिंचरी माई और गौरा देवी जैसी कई महान नारियों ने इस देवभूमि का नाम रोशन किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी परिवार, समाज अथवा राष्ट्र तब तक सच्चे अर्थों में प्रगति की ओर अग्रसर नहीं हो सकता जब तक वह नारी के प्रति सम्मान का भाव नहीं रखता। इसी भाव से मैं और मेरी सरकार अपनी देवभूमि की समस्त मातृ शक्ति के विकास के लिए पूर्ण ईमानदारी और पारदर्शिता से निरन्तर प्रयासरत है। उनके बेहतर भविष्य के लिए हम सुरक्षा, शिक्षा, समृद्धि और सशक्तिकरण जैसे कई क्षेत्रो में बहुत सारे सार्थक कदम उठा रहे है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने किशोरियों के व्यक्तित्व के विकास हेतु प्रशिक्षण तथा पोषाहार उपलब्घ कराने के लिए भारत सरकार द्वारा किशोरी बालिका योजना चलाई है। गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान करने के लिए प्रधानमंत्री मातृ योजना के अन्तर्गत 63098 महिलाओं को लाभान्वित किया गया है। आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के लिए स्मार्ट फोन खरीदे जा रहे है, तथा राज्य में 19940 आंगनवाड़ी केन्द्रों के अलावा 350 अतिरिक्त नए आंगनवाड़ी केन्द्र खोले जा रहे है। बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के अन्तर्गत 307 बेटियों को टैबलेट दिए गए है। कन्या भ्रूण हत्या पर रोक लगाने के लिए नंदाकृगौरा योजना चलाई जा रही है, इसके साथ-साथ नवजात बच्चियों के स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए उनको वैष्णवी हेल्थ किट मुहैया करवाई जा रही है। कामकाजी महिलाओं के लिए हरिद्वार में महिला छात्रावास तैयार हो गया है और देहरादून में निर्माण कार्य अंतिम चरण में है। भारतीय सेना एवं अर्ध सैनिक बलों के शहीद सैनिकों के आश्रितों के लिए राज्याधीन सेंवाओं में अनुकंपा के आधार पर सेवायोजन का निर्णय लिया गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाने के लिए देवभोग प्रसाद योजना शुरू की गई थी जिसमें बद्रीनाथ के महिला समूहों ने सिर्फ एक वर्ष में डेढ करोड़ रूपये का प्रसाद बेचकर एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। ग्रोथ सेंटरों के माध्यम से महिलाओं को एल०ई०डी० उपकरण बनाने की ट्रेनिंग दी जा रही है। हम अपने प्रदेश की महिला समुहों को 5 लाख रूपये तक का कर्ज बिना ब्याज के मुहैया करवा रहे है ताकि वो अपना खुद का व्यापार शुरू कर सके। देहरादून और हल्द्वानी में हमने 2 महिला बैंक स्थापित किये जिनमें सभी कर्मचारी सिर्फ महिलाएं ही है। एकल महिलाओं के लिए हमने सखी ई-रिक्शा योजना भी चलाई है ताकि वो अपने परिवार का जीवन यापन ठीक से कर सके। इसके अलावा भी हमारी सरकार बालिकाओं व महिलाओं के पोषण एवं बालिका शिक्षा प्रोत्साहन हेतु विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रयासरत है।