देहरादून: मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मातृत्व दिवस के अवसर पर कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन द्वारा शुरू गये अभियान मेरी माँ स्वास्थ माँ अभियान का शुभारम्भ किया. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन द्वारा किये गये कार्यो की सराहना करते हुए कहा कि संस्था द्वारा स्तन एवं सर्वाइकल कैंसर के लिए जो कार्य किये जा रहे है वह प्रशंसनीय है, एवं आशा वर्कर की ट्रेनिंग अभियान आशा की किरण में भी वरिष्ठ स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ सुमिता प्रभाकर द्वारा दी जाने वाले ट्रेनिंग का लाभ प्रदेश की जनता को मिल रहा है .
मीडिया से बात करते हुए कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन की अध्यक्षा डॉ सुमिता प्रभाकर ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य प्रदेश के सभी स्कूल और कॉलेज में सेमिनार आयोजित करके बच्चो को उनकी माँ के स्वास्थ के बारे में जानकारी देना है . ज्यादातर मामलो में माँ अपने परिवार एवं बच्चो की देखभाल में इतनी व्यस्त हो जाती है की वह अपने स्वास्थ की तरफ ध्यान नहीं दे पाती है, परिणाम स्वरुप वह कुछ ऐसी बिमारियों की शिकार हो जाती है जिनसे कुछ सावधानिय एवं मामूली मेडिकल जांच करवाने से बचा जा सकता है. मेरी माँ स्वास्थ माँ अभियान में भी बच्चो को निशुल्क बुकलेट एवं अन्य जानकारियाँ कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन द्वारा निशुल्क वितरित की जाएँगी .
अभियान के कार्यान्वयन हेतु रणनीति
व्यापक स्तर पर इस अभियान के कार्यान्वयन हेतु निम्नलिखित रणनीतिक परिकल्पना की गई है
- महिला स्वास्थ के प्रति जागरूकता के लिए बच्चो को महिला स्वास्थ की निशुल्क बुकलेट का वितरण जिसे वह घर पर दे सके.
• सर्वाइकल कैंसर से बचने के लिए पाप स्मीयर टेस्ट एवं टीकाकरण की जानकारी देना
• हर दस स्कूल में सेमीनार आयोजित करने के पश्चात स्कूल कॉलेज पढने वाले बच्चो की माँ एवं परिवार की महिलाओं के लिए विशेष एवं निशुल्क स्वास्थ शिविर का आयोजन करना
• प्रदेश में स्तन कैंसर की रोकथाम के लिए मैमोग्राफी जांच के लिए महिलाओं को जागरूक करना
• उत्तराखंड के सभी १३ जिलो के स्कूल में अभियान को पहुँचाना
मैं हूँ आशा की किरण अवार्ड
इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने प्रदेश की उन चार महिलाओं को “मैं हूँ आशा की किरण” अवार्ड दिए जिन्होंने महिला स्वास्थ के लिए कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन के साथ मिलकर जागरूकता का कार्य किया यह अवार्ड पाने वाली महिलाओं में श्रीमती अपराजिता डागर, श्रीमती इंदु दत्ता, श्रीमती मोनिका अरोरा एवं डॉ रेखा खाना है .
ग्रीन द रेड कैंपेन
कैन प्रोटेक्ट फाउंडेशन की अध्यक्षा डॉ सुमिता प्रभाकर ने मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत को एक प्रेजेंटेशन के माध्यम से बताया कि प्लास्टिक के सेनेटरी पैड्स पर्यावरण को नुक्सान पहुंचा रहे हैं उन्होंने बताया की एक सेनेटरी पेड 4 प्लास्टिक पेड के बराबर है, ग्रीन द रेड कैंपेन में पारंपरिक व पुनः इस्तमाल में लाने वाले पेड को नए तरीके से इस्तमाल करने के बारे में जानकारी दी जाती है .
देहरादून के प्रतिष्ठित हिम्ज्योती स्कूल से इस कार्यक्रम की शुरुवात की गयी, स्कूल में पढने वाले 300 छात्राओं को निशुल्क बुकलेट का वितरण किया गया एवं डॉ सुमिता प्रभाकर द्वारा 3 लेक्चर भी दिए गये. डॉ सुमिता प्रभाकर ने स्कूल की प्रिंसिपल मोनिका अरोरा का धन्यवाद्का किया. कार्यक्रम का सफल सचालन इंदु दत्ता ने किया. इस अवसर पर विशिस्ट अतिथि विनय गोयल एवं राकेश ओबेरॉय रहे. कार्यक्रम में डॉ महेश कुडियाल, डॉ आर के जैन, डॉ अभय कुमार, मधुकांत कौशिक, समीर दत्ता मौजूद रहे.