देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने न्यू कैन्ट रोड स्थित आवास में ‘‘करूणा एक प्रयास‘‘ संस्था द्वारा आयोजित कार्यक्रम में गरीब लड़कियों को सिलाई मशीन, दिव्यांग को
ट्राई साईकिल एवं गरीब बच्चों को स्कूल बैग वितरित किये, इसके साथ ही उन्होंने उत्तराखण्ड राज्य महिला आंदोलनकारियों को भी इंडक्शन चूल्हा देकर सम्मानित किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गरीब जरूरतमंदों की सहायता करने के लिए ‘‘करूणा एक प्रयास‘‘ संस्था के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड जैसे उभरते हुए राज्यों को इस प्रकार के प्रयासों की बहुत आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि आज हमारे पास जो कुछ भी है उसे अपने गरीब भाई बहनों के साथ मिलजुलकर बाँटने की आवश्यकता है, ताकि गरीब तबका अपनी छोटी-छोटी जरूरतों को पूरा कर सके। उन्होंने सरला बहन और नाईटिंगेल फ्लोरेंस का उदाहरण देते हुए कहा कि सक्षम लोगों को गरीब तबके के बारे में सोचना चाहिए और जब तक गरीब तबके का विकास नहीं होगा राज्य का विकास भी संभव नहीं है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार भी गरीबों की मदद के लिए लगातार प्रयास कर रही है। सरकार द्वारा कई प्रकार की योजनाएं चलाई गयी हैं जिनसे गरीब व जरूरतमंदों की सहायता की जा रही है। इसके लिए कई प्रकार की पेंशन भी शुरू की गयी हैं, ताकि गरीब तबके की आर्थिक मदद हो सके।
कार्यक्रम के दौरान उत्तराखण्ड आन्दोलनकारी राजेश रावत की माता श्रीमती आनन्दी रावत, आतंकवादियों का सामना करते हुए शहीद हुए मनोज राणा की माता ऊषा राणा व उत्तराखण्ड राज्य महिला आन्दोलनकारी सविता ध्यानी, मुन्नी नौटियाल, ममता देवी, समाजसेवी मोहन खत्री, वरिष्ठ पत्रकार जयसिंह रावत, अध्यापक एवं सामाजिक कार्यकर्ता अतुल शर्मा को भी सम्मानित किया गया। संस्था की अध्यक्ष कुलवंत कौर ने मुख्यमंत्री हरीश रावत का आभार व्यक्त किया।