देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने चीला कैनाल में यू. जी.वी.एन.एल. एवं आई सी. लि. द्वारा आयोजित बिजली उत्पन्न करने वाली मशीन (Pitre Auger Turbine) का शुभारम्भ करते हुए कहा कि यदि यह प्रयोग सफल होता है, तो उत्तराखण्ड के लिए वरदान साबित होगा। उन्होंने कहा कि प्रोजक्ट के सफल होने पर उत्तर प्रदेश के साथ टाईअप कर दूसरी नहरों का भी इस तरह से बिजली उत्पादन करने के लिए उपयोग किया जायेगा। कहा कि इस प्रोजक्ट से वाटर रिसोर्स का सही उपयोग किया जा सकता है। इस प्रोजक्ट से 100 से 150 मेगावाट तक की बिजली का उत्पादन होगा। उन्होंने कहा कि इस प्रोजक्ट का सबसे अधिक फायदा है कि बिना भू-कटाव, पर्यावरण सम्बन्धी कोई समस्या एवं सामाजिक, आर्थिक प्रभाव के बिना बिजली का उत्पादन किया जा रहा है। श्री रावत ने कहा कि यदि यह प्रयोग पूर्ण रूप से सफल होगा तो नई एक्टिविटी के साथ बिजली उत्पादन का राज्य में एक नया स्रोत होगा। हरियाणा में यह प्रोजक्ट सफल हो चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड प्रदेशवासियों को 23 घण्टे से अधिक बिजली उपलब्ध कराने वाले देश के प्रथम तीन राज्यों में शामिल है। कहा कि सस्ती दर पर बिजली उपलब्ध कराने वाला तथा इंडस्ट्री को सबसे सस्ती बिजली देने वाला राज्य उत्तराखण्ड है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने बीन नदी पर पुल बनाने की प्रशासनिक स्वीकृति भी प्रदान की।
इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष सरोजनी कैन्त्युरा, डायरेक्टर बिजनेस डेवलपमेन्ट मनिन्दर सिंह नैयर, आई सी. एल. के बोर्ड मैम्बर कुलदीप पारलेकर, सुनील, जिलाधिकारी पौड़ी चन्द्रशेखर भट्ट आदि उपस्थित थे।