देहरादून: दून के सुमित ममगाईं देश के उन बहादुर बच्चों में शामिल हैं, जिन्हें अदम्य साहस के लिए गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से नवाजा जाएगा। भारतीय बाल कल्याण परिषद ने उत्तराखंड से जिन तीन बहादुर बच्चों के नाम भेजे थे, उनमें से सुमित के नाम पर मुहर लगाई है। किसान परिवार से ताल्लुक रखने वाले इस वीर बालक ने पिछले वर्ष अपने चचेरे भाई को तेंदुए के जबड़े से छुड़ाकर दिलेरी का परिचय दिया था। बता दें कि अब तक उत्तराखंड के नौ बच्चों को यह पुरस्कार मिल चुका है। बहादुरी की दास्तां बात आठ नवंबर 2015 की है। सुमित ममगाईं अपने चचेरे भाई रितेश के साथ गांव के पास पशुओं के लिए घास लेने जा रहा था। इसी दौरान अचानक आ धमके तेंदुए ने रितेश को झपटा मारकर गिरा दिया। इस पर सुमित ने हिम्मत दिखाई और तेंदुए की पूंछ खींचकर उस पर पाठल से वार किया। साथ ही गुलदार पर पत्थर फेंके। इस प्रकार उसने भाई को तेंदुए रूपी मौत के चंगुल से बचाया।
Kavinder Payal
Beuro Chief
E131 Nehru Colony Dehradun