केंद्रीय रसायन और उर्वरक तथा स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज भावनगर, गुजरात में सिपेट के व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र का उद्घाटन किया। यह देश भर में सिपेट का 45वां व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र है, जिसका उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण प्रदान करना तथा रसायन और पेट्रोकेमिकल उद्योग के लिए सक्षम कार्यबल तैयार करना है।
डॉ. मनसुख मंडाविया ने कुशल कार्यबल बनाने में सिपेट की क्षमताओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि सिपेट, भावनगर में भावनगर शहर के विकास में एक महत्वपूर्ण कड़ी बनने की प्रबल क्षमता है। गुजरात में जीवंत पेट्रोकेमिकल उद्योग के कारण, ऐसे केंद्र उद्योग के लिए आवश्यक कुशल कार्यबल तैयार करेंगे और हमारे युवाओं के लिए रोजगार पैदा करेंगे। सिपेट रसायन और पेट्रोकेमिकल उद्योग में कुशल कार्यबल की इस आवश्यकता को पूरा करेगा।
कुशल कार्यबल तैयार करने और आत्मनिर्भरता के बारे में हमारे माननीय प्रधानमंत्री के दृष्टिकोण को दोहराते हुए, डॉ. मंडाविया ने कहा कि उद्योग देश में 10 प्रतिशत की दर से विकसित हो रहा है और यह विकास-दर तभी कायम रह सकता है, जब हम औद्योगिक अवसंरचना के अलावा अपने कार्यबल में निवेश करें। सिपेट इस व्यावहारिक समस्या और उद्योग की जरूरतों को पूरा करता है और इस क्रम में आत्मनिर्भर संस्था व उद्योग-अकादमिक सहयोग के एक मॉडल को पेश करता है। प्रशिक्षण के अलावा, सिपेट छात्रों को नौकरी के अवसर प्रदान करने में सक्षम रहा है, हर साल 1 लाख उत्तीर्ण छात्रों में से 90 प्रतिशत छात्रों को उद्योग में ही नौकरी मिल जाती है।
सिपेट रसायन और उर्वरक मंत्रालय, भारत सरकार के तहत उच्च और तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक प्रमुख शैक्षणिक संस्थान है, जो प्लास्टिक के सभी क्षेत्रों के लिए पूरी तरह समर्पित है जैसे: – डिजाइन, सीएडी / सीएएम / सीएई, औजार निर्माण और मोल्ड निर्माण, उत्पादन इंजीनियरिंग, परीक्षण और गुणवत्ता आश्वासन आदि। पॉलिमर और संबद्ध उद्योगों की जरूरतों को पूरा करने के लिए सिपेट को, देश भर में फैले विभिन्न केन्द्रों से संचालित किया जाता है।
इसका उद्देश्य प्लास्टिक सहित पेट्रोकेमिकल्स के क्षेत्र में शैक्षणिक दीर्घकालिक, लघु अवधि, कौशल विकास और उद्यमिता विकास कार्यक्रमों के माध्यम से विभिन्न कौशल स्तरों पर योग्य कर्मी प्रदान करना है। सिपेट प्लास्टिक उद्योग सहित पेट्रोकेमिकल उद्योगों को डिजाइन, औजार निर्माण, सीएडी/सीएएम/सीएई, प्लास्टिक प्रसंस्करण, परीक्षण और गुणवत्ता आश्वासन और निरीक्षण सेवाओं से जुड़े क्षेत्रों में प्रौद्योगिकी सहायता और परामर्श सेवाएं प्रदान करता है।
सिपेट प्लास्टिक, सिंथेटिक रबर, तकनीकी वस्त्र, सॉल्वैंट, उर्वरक, फार्मास्यूटिकल्स, एडिटिव्स, विस्फोटक और कोटिंग्स सहित पेट्रोकेमिकल्स क्षेत्र में अनुसंधान तथा अनुप्रयोग विकास से जुड़े कार्य भी करता है। ये केंद्र उन्नत प्रशिक्षण कार्यक्रमों के माध्यम से संकाय को अपनी योग्यता और तकनीकी विशेषज्ञता को उन्नत करने का अवसर प्रदान करके संकाय की व्यावसायिक योग्यता को बढ़ाने के लिए भी कार्य करते हैं।
इस अवसर पर संसद सदस्य, विधान सभा सदस्य, रसायन और पेट्रोकेमिकल्स मंत्रालय की सचिव डॉ. आरती आहूजा, सिपेट के महानिदेशक प्रो. शिशिर सिन्हा और सिपेट तथा मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।