नई दिल्ली: उपराष्ट्रपति श्री एम.वेंकैया नायडू ने कहा है कि स्थानीय निकायों को सदैव आम जनता को नागरिक प्रशासन (गवर्नेंस) के केन्द्र में रखना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि परियोजनाओं और सेवाओं के निरूपण तथा नियोजन में आम जनता की भागीदारी से सेवाओं पर अमल के साथ-साथ उनकी डिलीवरी भी बेहतर हो जाएगी। श्री नायडू आज पुणे, महाराष्ट्र में पुणे नगर निगम की नई इमारत का उद्घाटन करने के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री श्री देवेंद्र फडणवीस, केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री श्री प्रकाश जावड़ेकर और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित थे।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि पुणे अत्याधुनिक और जन केन्द्रित दृष्टिकोण अपनाकर शहरी गवर्नेंस में अन्वेषक या नवप्रवर्तक बन सकता है। उन्होंने शहर में विकास परियोजनाओं पर काम शुरू करने के लिए संसाधन जुटाने हेतु नगरपालिका बांड जारी करने के लिए नगर निगम की सराहना की।
स्वस्थ जीवनशैली की अहमियत पर प्रकाश डालते हुए उपराष्ट्रपति ने अधिकारियों को गैर-मोटर चालित जोन सृजित करने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि हर शहर में समर्पित या विशेष साइकिल ट्रैक, फुटपाथ और पार्क होने चाहिए।
उपराष्ट्रपति ने कहा कि स्थानीय निकायों को कारगर प्रशासन के लिए तीन ‘एफ’ यथा फंड, फंक्शन और फंक्शनरी पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए। उन्होंने कहा कि 73वें और 74वें संविधान संशोधनों को अक्षरश: लागू किया जाना चाहिए। उपराष्ट्रपति ने कहा कि प्राधिकरणों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि लोगों को बेहतर एवं गुणवत्तापूर्ण सेवाएं मिलें।