देहरादून: सोमवार को मुख्यमंत्री हरीश रावत ने ऋषिकेश में स्वच्छ गंगा के तहत आईटीबीपी के गंगा नदी में रिवर राफ्टिंग अभियान दल के सदस्यो को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि आईटीबीपी के अभियान से स्वच्छ गंगा का संदेश और तेजी से लोगों में जाएगा।
हम सभी को इस संदेश को ग्रहण करने के लिए आगे आना चाहिए। स्वच्छ गंगा मिशन स्व. राजीव गांधी का स्वप्न था। पूर्व प्रधानमंत्री डा.मनमोहन सिंह ने गंगा को राष्ट्रीय नदी घोषित किया था। केंद्रीय मंत्री सुश्री उमा भारतीजी ने गंगा नदी के प्रति जो जोश दिखाया है, वह सराहनीय है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि अगर केंद्र सरकार मदद करे तो हम हरिद्वार में सौ प्रतिशत निर्मल गंगा का सपना साकार कर सकते हैं। इसमें गंगा व उŸाराखण्ड से निकलने वाली गंगा की सहायक नदियां भी शामिल हैं। इसके लिए हमारी कार्ययोजना पूरी तरह से तैयार है। केंद्र को इसमें 10 हजार करोड़ रूपए की सहायता करनी होगी। हम ऋषिकेश में गंगा बाईपास कैनाल निकालना चाहते हैं। ताकि ट्रीटमेंट किया हुआ पानी भी सीधे गंगा में न मिले। यही योजना हरिद्वार के लिए भी है। परंतु इसमें केंद्र सरकार का सहयोग भी जरूरी है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि आईटीबीपी के साथ उŸाराखण्ड के लोगों में अपनत्व की भावना है। वर्ष 2013 की आपदा व नंदा राजजात यात्रा में जिस प्रकार आईटीबीपी ने सहयोग किया उसके लिए प्रदेश सरकार उनकी आभारी है। मुख्यमंत्री ने आईटीबीपी के अधिकारियों से राज्य के सीमांत क्षेत्रों में रह रहे लोगों को मेडिकल सेवाएं प्रदान करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि वैसे तो आईटीबीपी के डाक्टर अपनी पोस्ट पर स्थानीय लोगों को मेडिकल सुविधाएं दे रहे हैं फिर भी अगर इसे संस्थागत रूप दे दिया जाए तो अधिक बेहतर रहेगा।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि अर्धकुम्भ में हम अभी केंद्रीय सहायता का इंतजार कर रहे हैं। फिर भी अपने स्तर से हमने तैयारियां प्रारम्भ कर दी हैं। इस बार जितने स्थाई काम होने जा रहे हैं उतने पहले नहीं हुए हैं। हरिद्वार में 5 स्थाई पुल बनाए जा रहे हैं। घाटों का चैड़ीकरण किया जा रहा है और चंडीघाट में नया घाट बनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि ऋषिकेश में त्रिवेणीघाट पर गंगा नदी का पानी पहुंचाया जाएगा। उन्होंने ऋषिकेश में ही शमशान पर टिनशैड के लिए टिहरी जिलाधिकारी को निर्देशित किया। यहां गंगा नदी के दोनों ओर आस्था पथ भी विकसित कर रहे हैं।
अभियान दल के नायक कमांडेंट सुरिन्दर खत्री ने बताया कि भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल द्वारा गंगा नदी में रिवर राफ्टिंग अभियान संचालित किया जा रहा है। इस अभियान का शुभारम्भ सुश्री उमा भारती, केन्द्रीय मंत्री भारत सरकार द्वारा 02 अक्टूबर को देवप्रयाग में किया गया। अभी तक दो चरणों के दौरान अभियान दल ने गंगा नदी के किनारों से पौलिथीन बैग काफी मात्रा में एकत्रित किए, जिन्हें कि अक्टूबर को ऋषिकेश नगरपालिका को सौंप गया है। अभियान दल पानी की शुद्धता के किट भी लेकर चल रहा है जिससे 09 पैमाने तुरंत जांच किए जा सकते है। देवप्रयाग से ऋषिकेश के पानी के सैम्पल में अभी तक कोई हानिकारक रिपोर्ट सामने नही आई है।
अभियान दल स्वच्छ भारत अभियान ’’बेटी बचाओं बेटी पढ़ाओं’’ एवं गंगा की स्वच्छता के बारे में भी लोगों को जागृत कर रहा है। अभियान दल गंगा नदी में स्वच्छ पानी, पारिस्थितिकीय संरक्षण, जैविकीय संरक्षण और गंगा नदी को साफ रखने के प्रति भी जागरूकता की भावना लोगों में प्रसारित करने के लिए प्रतिबद्ध है। पड़ाव व स्थानों पर व्यापक पैमाने पर प्रत्येक सांयकाल अभियान दल के नियत स्थानों पर पहंुचने पर जन-जागरण अभियान आयोजित किये जायेंगे।
यह अभियान दल 73 दिनों में 2350 किलोमीटर की दूरी गंगा नदी में राफ्टिंग द्वारा तय करेगा तथा 5 राज्य के छोटे-बड़े शहरों से होकर निकलते हुए 11 दिसम्बर, 2015 को गंगासागर पहंुचेगा। इस दल का नेतृत्व सेनानी सुरिन्दर खत्री कर रहे है। अभियान दल में उप नेता उपसेनानी तरूण कुमार, उप निरीक्षक सतीश कुमार सहित 40 सदस्य हैं।