लखनऊ: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को झाड़ू लगाने लायक़ बताने की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी को कांग्रेस ने दलित विरोधी मानसिकता का सबूत बताते हुए करारा हमला बोला है। पार्टी ने कहा है कि प्रियंका गांधी ने लखनऊ के वाल्मीकि मंदिर में झाड़ू लगाकर योगी को आईना दिखाया है।
उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के मीडिया संयोजक श्री अशोक सिंह ने बताया कि अखिल भारतीय कांग्रेस की महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी श्रीमती प्रियंका गांधी ने आज लवकुश नगर स्थित महार्षि वाल्मीकि मंदिर पहुचंकर पूजा अर्चना की और परिसर में झाड़ू लगाकर साफ़-सफ़ाई की। उन्होंने कहा कि करोड़ों महिलाओं और सफ़ाई कर्मियों का रोज़ झाड़ू लगाना सफ़ाई और स्वाभिमान का प्रतीक है।
श्री सिंह ने बताया कि योगी आदित्यनाथ का संकीर्ण बयान उनकी जातिवादी मानसिकता का बयान है। संविधान का अनुच्छेद 14 व 25 भारतीय नागरिकों में किसी तरह के भेदभाव को स्वीकार नही करता चाहे उसका लिंग,जाति व धर्म कोई हो, लेकिन जिस तरह संविधान की शपथ लेकर सत्ता के उच्च पद पर विराजमान मुख्यमंत्री ऊंच-नीच की भावना से भरी ओछी टिप्पणी कर रहे हैं वह खुले आम संविधान का अपमान है।
श्री अशोक सिंह ने बताया कि महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुख्यमंत्री के संकीर्ण बयान पर कहा है कि यह जातिवादी टिप्पणी बर्दाश्त के काबिल नही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी दलित विरोधी और महिला विरोधी होने का प्रमाण है। उनकी समझ इतनी छोटी है कि वह समझते है कि झाड़ू लगाना केवल वाल्मीकि समाज का काम है जिन्हें वह हेय दृष्टि से देखते है। यह काम हर परिवार की महिलाएं सुबह होते ही अपने घरों में करती है। इसलिये मुख्यमंत्री का झाड़ू लगाने पर दिया गया बयान दलित व महिला विरोधी होने के साथ अपमानजनक भी है, जिसे बर्दास्त नही किया जा सकता। कांग्रेस महासचिव श्रीमती प्रियंका गांधी ने कहा कि संकीर्णता, अन्याय का प्रतिकार स्वाभाविक रूप से मेरे रक्त है।उन्होंने कहा कि अहिंसा व सत्य का आग्रह स्वच्छता की पहली सीढ़ी है, जिसे संकीर्ण मानसिकता के व्यक्ति कभी नही समझ सकते।
श्री सिंह ने बताया कि ऐसी ओछी टिप्पणी भारतीय जनता पार्टी की महिलाओं के प्रति रूढ़ीवादी मानसिकता को दर्शाता है। श्रीमती प्रियंका गांधी जी को उत्तर प्रदेश की जनता के दिलों दिमाग में छा चुकीं है, जिससे विचलित होकर योगी आदित्यनाथ जी ने आज ना सिर्फ प्रियंका गांधी जी को अपमानित करने का प्रयास किया बल्कि देश की करोड़ो महिलाओं और दलितों को अपमानित किया है। योगी आदित्यनाथ जी को अपने इस बयान पर माफी मांगनी चाहिए। योगी जी की सरकार में उत्तर प्रदेश में महिलाओं और दलितों के प्रति अपराध देश में सबसे अधिक है। योगी जी का दायित्व अपनी सरकार में महिलाओं और दलितों को सुरक्षा देना है ना कि उन पर ओछी टिप्पणी करना। देश में लाखों की तादात में सफाई कर्मी देश को स्वच्छ बनाने के लिए कठोर परिश्रम करते है तथा अपनी जीविका भी चलाते है। योगी जी का बयान सफाई कर्मचारियों के मनोबल को गिराने का काम कर रहा है। योगी आदित्यनाथ के बयान से भाजपा का दलित और महिला विरोधी चेहरा एक बार फिर उजागर हुआ है।
श्री सिंह ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जातिवादी दलित विरोधी मानसिकता दिखाई है, कल दिनांक 09 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के सभी जिला कमेटियां भगवान बाल्मीकि मंदिर में सफाई करेगीं। श्री सिंह ने कहा कि करोडों दलित महिलाओं का अपमान बर्दास्त नही करेगा।