लखनऊ: आयुष अस्पतालों में मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए चिकित्सालयों में साफ-सफाई, स्वच्छ वातावरण, कूड़ा निस्तारण की समुचित व्यवस्था, संक्रमण नियंत्रण के लिए 16 अक्टूबर से 30 अक्टूबर तक स्वच्छता पखवाड़ा प्रारम्भ किया गया है। आयुष मंत्रालय के निर्देश के क्रम में उ0प्र0 राज्य आयुष सोसाइटी, लखनऊ द्वारा स्वच्छता एक्शन प्लान पर कार्य किया जा रहा है। इस स्वच्छता एक्शन प्लान को सफल बनाने के लिए आयुष सोसाइटी द्वारा सभी आयुष कालेजों एवं चिकित्सालयों में स्वच्छता पखवाड़ा प्रारम्भ कर दिया गया है।
सोसाइटी में स्वच्छता एक्शन प्लान के नोडल अधिकारी डाॅ0 सुनील कुमार ने बताया कि स्वच्छता पखवाड़ा में स्वच्छता से सम्बन्धित निबन्ध एवं स्लोगन प्रतियोगिता, जागरूकता कार्यक्रम, सेमिनार तथा ग्रामीण स्तर पर लोगों को साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए आयुष चिकित्सक एवं छात्रों द्वारा जागरूक किया जायेगा। इस स्वच्छता एक्शन प्लान के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा एक करोड़ का बजट दिया गया है।
डाॅ0 सुनील कुमार ने बताया कि अस्पताल, घर एवं अन्य जगहों पर व्यक्ति को सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए। मरीज की देखभाल करते समय या खाना खाने से पहले हाथ जरूर धोना चाहिए। लोग उचित प्रकार से हैण्डवाॅश पर ध्यान नहीं देते हैं जिससे पेट सम्बन्धी कई रोग हो सकते हैं। साथ ही वह संक्रमण की चपेट में भी आ सकते हैं। इसके अलावा उन्होंने कहा कि शारीरिक सफाई के साथ-साथ घर की एवं उसके आस-पास भी सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए इससे डेंगू, मलेरिया, खसरा, पीलिया सहित कई प्रकार के संक्रमक रोगों से बचा जा सकता है, क्योंकि बीमारियों के होने का प्रमुख कारण स्वच्छता का न होना है। इसको साफ-सफाई द्वारा रोकी जा सकती है।
उत्तर प्रदेश राज्य आयुष सोसाइटी, लखनऊ के मिशन निदेशक श्री आर0एन0 बाजपेयी ने बताया कि राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभाार) डा0 धर्म सिंह सैनी के निर्देशानुसार आयुष सोसाइटी द्वारा आयुष विधाओं को बढ़ाने के लिए तेजी से कार्य किया जा रहा है। इसके लिए कईं योजनाएं चलायी जा रही है जैसे-आयुष वेलनेस सेण्टर, आयुष ग्राम योजनाओं सहित प्रदेश के अस्पतालों एवं डिस्पेन्सरियों का सुदृढ़ीकरण एवं उच्चीकरण (मरम्मत एवं निर्माण) तीव्र गति से किया जा रहा है। इसका समय-समय पर निरीक्षण एवं स्थानीय समीक्षा भी की जा रही है। यदि आयुष से सम्बन्धित योजनाओं/कार्यक्रमों में किसी भी प्रकार की शिकायत प्राप्त होती है तो उसे संज्ञान में लेते हुए सम्बन्धित अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।