दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल डेनमार्क के कोपेनहेगन में C40 वर्ल्ड मेयर्स समिट में हिस्सा लेने के लिए जाना चाहते थे, हालांकि उन्हें विदेश मंत्रालय की ओर से राजनीतिक मंजूरी नहीं दी गई थी. बुधवार को विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस पर सफाई पेश की.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि “विदेश मंत्रालय द्वारा राजनीतिक मंजूरी कई मसलों पर विचार किए जाने के बाद दी जाती है, ये कई मानको पर निर्धारित होती है, जिसमें ईवेंट का मकसद, अन्य देशों की भागीदारी का स्तर, आमंत्रण का तरीका वगेराह ध्यान में रखा जाता है.”
विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर सफाई देते हुए आगे कहा, “इस मामले में, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के मुख्यमंत्री का एक वक्ता के रूप में हिस्सा लेना अन्य देशों से भागीदारी के स्तर के अनुरूप नहीं था. दुनिया के सबसे बड़े और ज्यादा आबादी वाले शहरों में से एक के मुख्यमंत्री है, जो भारत की राजधानी भी है, इसलिए उन्हें सलाह दी गई कि वह इस कार्यक्रम में शामिल न हों.”
मालूम हो कि इस समिट में हिस्सा लेने के लिए मुख्यमंत्री केजरीवाल ने सितंबर महीने में ही विदेश मंत्रालय से इजाजत मांगी थी, लेकिन विदेश मंत्रालय ने उन्हें एक पत्र लिख कर इजाजत देने से मना कर दिया. अब दिल्ली के मुख्यमंत्री इस समिट में हिस्सा नहीं ले सकेंगे. Source TV9 भारतवर्ष