देहरादून: श्रीमदभगवत सेवा एवं जन कल्याण समिति क्लेमेनटाउन एवं वन विभाग आशारोडी रैजं के संयुक्त तत्वाधान में हरेला पर्व के अवसर पर वन महोत्सव का आयोजन क्लेमेनटाउन के वार्ड नम्बर 3 में किया गया जिसमें वन मंत्री दिनेश अग्रवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में प्रतिभाग कर आम का वृक्ष रोपित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर क्षेत्रीय जनता को सम्बोधित करते हुए मा. वन मंत्री ने कहा कि हरेला पर्व हरियाली एवं खुशहाली का पर्व है तथा सरकार द्वारा इस पर्व को पूरे उत्तराखण्ड प्रदेश में बडे धूम धाम से बनाया जा रहा है। उन्होने आम जनता से अपील की है कि प्रत्येक व्यक्ति हर वर्ष एक-एक पेड अपने बेटी, बेटे, पोती, पोते के नाम से अवश्य लगाये, जिससे की हमारे उत्तराखण्ड प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में हो रहे भूस्खलन कोे रोक सके। उन्होने कहा कि उत्तराखण्ड राज्य देवभूमि का राज्य है तथा जिसमें 71 प्रतिशत वनीय क्षेत्र है फिर भी वनों का दोहन होने के कारण हिमालय का ग्लेसियर पीघल रहा है तथा नदियों का जल स्तर कम होता जा रहा है, जिसकी रक्षा के लिए हम सभी प्रदेश वासियों को अधिक से अधिक वृक्षा रोपण करके नदियों के जल स्तर को बढाना है तथा पहाडों में हो रहे पलायन को रोकना है जिसके लिए हमें चैडी पतो वाले चारावाला वृक्षों एवं फलदार वृक्षों को रोपित करना है। उन्होने श्रीमदभगवत सेवा एवं जन कल्याण समिति क्लेमेनटाउन एवं वन विभाग आशारोडी रैजं के अधिकारियों एवं कर्मचारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इनके द्वारा क्षेत्र में जो एक लाख फलदार पौधे लगाने का लक्ष्य रखा है जिसमें इनके द्वारा आम, जामून, नीम, रूद्राक्ष, बेलपत्र आदि के पेड लगाने का संकल्प लिया है जो प्रकृति की सुरक्षा एवं क्षेत्र में बन्दरो द्वारा किये जा रहे नुकसान से फलदार वृक्ष लगने से क्षेत्रीय जनता को इसका फायदा होगा।
इस अवसर पर क्षेत्रीय जनता द्वारा क्षेत्र में बन्दारों के आंतक से मां. मत्री को अवगत करते हुए बन्दरों के आंतक से निजात दिलाने की मांगी की गई। वन मंत्री द्वारा प्रभागीय वनाधिकारी देहरादून वन प्रभाग पात्रों को निर्देश दिये है कि क्षेत्र में जो बन्दरों का आतंक है उससे से एक माह के भीतर बन्दरों के आतंक से निजात मिलनी चाहिए इसके लिए जो भी कार्यवाही की जानी है उसे तुरन्त करें। प्रभागीय वनाधिकारी ने मात्र मंत्री को अवगत कराया है। कि विभाग द्वारा बन्दरों को पडकने के लिए टेण्डर किये जा चुके है जिसके लिए बन्दरों को पडकने के लिए तुरन्त कार्यवाही की जायेगी। इस अवसर पर मा. मंत्री ने कहा कि क्षेत्र कि जो भी समस्या है वह अपने समस्या से उन्हे अवगत करा सकते है तथा उनकी समस्याओं को वह अपने स्तर से समाधान का प्रयास करेगें। उन्होने कहा कि उनकी पहली प्राथमिकता क्षेत्र का विकास करना है ।