लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने प्रदेश के स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित किए जाने के निर्देश देते हुए कहा है कि इसके लिए सर्वे और आंकलन के आधार पर ठोस कार्य योजना बनायी जाए। इस योजना के तहत 100 दिन का अभियान चलाकर स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति के कार्यों को पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि सभी सम्बन्धित विभाग अन्तर्विभागीय समन्वय के आधार पर यह कार्य सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री जी आज यहां लोक भवन में केन्द्र सरकार द्वारा ‘गांधी जयन्ती’ के अवसर पर 02 अक्टूबर, 2020 से स्कूलों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों में शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित किए जाने के 100 दिन के अभियान के क्रम में प्रदेश में इस अभियान के संचालन के सम्बन्ध में समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग द्वारा ग्राम्य विकास तथा पंचायतीराज, बाल विकास एवं पुष्टाहार, बेसिक, माध्यमिक शिक्षा, नगर विकास, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, समाज कल्याण विभाग के सहयोग एवं समन्वय से यह अभियान चलाकर शुद्ध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि इस अभियान की प्रगति के सम्बन्ध में सभी सम्बन्धित विभाग साप्ताहिक समीक्षा करें। मुख्य सचिव द्वारा इस अभियान की पाक्षिक तथा मंत्री स्तर पर मासिक समीक्षा की जाए। उन्होंने कहा कि ‘जल जीवन मिशन’ के तहत ‘हर घर जल’ योजना संचालित की जा रही है। इसी प्रकार, पाइप पेयजल के माध्यम से स्कूलों तथा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर शुद्ध पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कार्य योजना के तहत बेस लाइन डाटा प्राप्त करते हुए जलापूर्ति की समयबद्ध व्यवस्था, क्षमता संवर्धन, जागरूकता, ग्रे-वाॅटर मैनेजमेण्ट, रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग सम्बन्धी कार्यों को भी कन्वर्जेन्स के माध्यम से सुनिश्चित किया जाए। शौचालयों में भी वाॅटर कनेक्शन उपलब्ध कराया जाए। उन्होंने कहा कि स्कूलों व आंगनबाड़ी केन्द्रों सहित सभी प्रमुख संस्थानों जैसे-प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों, पंचायत भवनों, कल्याण केन्द्रों, सामुदायिक शौचालयों में भी पाइप्ड जलापूर्ति सुनिश्चित की जाए।
मुख्यमंत्री जी ने समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित सभी विद्यालयों व छात्रावासों में भी शुद्ध जलापूर्ति सुनिश्चित किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सुरक्षित पेयजल, स्वच्छ पानी के महत्व, गन्दे जल का पुनः प्रयोग, रेन वाॅटर हार्वेस्टिंग, जलापूर्ति व्यवस्था के संचालन व रख-रखाव के सम्बन्ध में जागरूकता सृजन के साथ-साथ पानी समितियों को संचालित करने का कार्य भी किया जाए।
इस अवसर पर जल शक्ति मंत्री डाॅ0 महेन्द्र सिंह, मुख्य सचिव श्री आर0के0 तिवारी, अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास एवं पंचायतीराज श्री मनोज कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव माध्यमिक शिक्षा श्रीमती आराधना शुक्ला, प्रमुख सचिव नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति श्री अनुराग श्रीवास्तव, प्रमुख सचिव समाज कल्याण श्री बाबू लाल मीणा, प्रमुख सचिव नगर विकास श्री दीपक कुमार, सचिव मुख्यमंत्री श्री आलोक कुमार सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।