देहरादून: प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में आधारिक अवसंरचना विकास के लिए स्व.एपीजे अब्दुल कलाम को समर्पित योजना प्रारम्भ की जाएगी। यह योजना स्व0 कलाम के पूरा (प्रोवाईडिंग अरबन एमीनिटिज इन रूरल एरियाज) माॅडल पर आधारित होगी। शुक्रवार को सीएम आवास में अधिकारियों के साथ बैठक में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उक्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इस तरह की योजनाएं व कार्ययोजना बनाई जाएं जिससे हमारे ग्रामीण क्षेत्रों की अर्थव्यवस्था को सशक्त किया जा सके।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि उŸाराखण्ड में उत्पादित सब्जियों, उत्पादों को प्रोत्साहित किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने वाणिज्य कर विभाग को प्रदेश के बाहर से आने वाले कद्दू व पैठा पर कुछ महिनों के लिए एंट्री टैक्स लगाने के निर्देश दिए। सीएम ने वन विभाग को निर्देशित किया कि आम के बीजों का रोपण इसी वर्ष कर लिया जाए। मेहल, किलमोड़ा का भी प्लांटेशन किया जाए। अगले वर्ष वनों के समीपवर्ती क्षेत्रों में मंडुवा का रोपण किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने प्रदेश में उत्पादित प्राकृतिक रेशों के प्रयोग के संबंध में कार्ययोजना बनाने के भी निर्देश दिए। विशेषतौर पर भीमल, कंडाली, भांगुला के रेशे खरीदे जाने की व्यवस्था की जाए। इसे एमएसएमई से लिंकअप कर दिया जाए। वनों से प्राप्त लकड़ी व जडों की काष्ठ कलाकृतियों को प्रोत्साहित करने की भी योजना तैयार की जाए। होम स्टे व ईको टूरिज्म में और प्रगति लाए जाने की आवश्यकता है।