देहराूदून: मुख्यमंत्री हरीश रावत से बुधवार को बीजापुर अतिथिगृह में सीआईआई (उत्तरी क्षेत्र) की समूह प्रबंध निदेशक एवं अध्यक्षा सुश्री रूमझुम चटर्जी के नेतृत्व में सीआईआई के प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री रावत को अवगत कराया कि सीआईआई द्वारा अपने प्रमुख कार्यक्रम ‘इनवेस्ट नाॅर्थ‘ में उत्राखण्ड को निवेश हेतु आमंत्रित करते हुए उत्तराखण्ड के औद्योगिक क्षेत्र हरिद्वार में निवेशकों की बैठक आयोजित की जा रही है।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य सरकार व्यापार प्रणाली को सरल बनाने हेतु लगातार प्रयासरत् है। उन्होंने उम्मीद जताई कि उद्योग जगत भी इसमें सरकार का सहयोग करेगा। राज्य में उद्योगों की स्थापना आदि के सम्बन्ध में 4 – 5 साल का रोडमैप तैयार करने की बात भी उन्होंने कही। यदि इसमें प्राथमिकताएं चिन्हित की जाएं तो सरकार को इसमें कार्य करने में आसानी होगी।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि राज्य में महिला उद्यमियों को रोजगार उपलब्ध कराने हेतु रोजगार पार्क स्थापित करने के लिए 200 एकड़ भूमि चिन्हिति की गयी है। उन्होंने हरिद्वार और ऋषिकेश के मध्य गंगा किनारे ‘योगापथ‘ व ‘योग कुटीर‘ बनाने हेतू उद्योगों से सहयोग मांगा। उन्होंने कहा कि सरकार नये उद्योगों के लिए पैकेज के रूप में विद्युत दरों में बढ़ोत्तरी नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि देहरादून में भूमि की कमी को देखते हुए उद्योगों को देहरादून के बाहर उन्हें भूमि उपलब्ध करायी जाएगी।
इस अवसर पर सुश्री चटर्जी ने राज्य के विकास और रोजगार सृजन की गति को बनाए रखने में सरकार का सहयोग करने के लिए प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने उत्राखण्ड को ‘इनवेस्ट नाॅर्थ 2016‘ में भाग लेने के लिए भी आमन्त्रित किया। सरकार द्वारा व्यापार सुधार करने में पहल के लिए राज्य सरकार की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में व्यापार करने के लिए किये गए सुधारों के कार्यान्वयन से इसकी रैंकिंग में बहुत बड़े उछाल के साथ-साथ व्यापार हेतु निवेशकों को आकर्षित करने में सफल होंगे।
सुश्री रूमझुम ने उत्तराखण्ड में 2013 में आई आपदा के समय सीआईआई द्वारा विकास हेतु किए गये कार्यों से भी अवगत कराया। उन्होंने कहा कि सीआईआई फाउन्डेशन के तत्वाधान में राज्य में स्कूल शिक्षा, समुदाय आधारित आजीविका शिक्षा एवं रोजगारपरक कौशल विकास हेतु कार्य किया जा रहा है।
बैठक में मुख्यसचिव शत्रुघ्न सिंह, अध्यक्ष सीआईआई उत्तराखण्ड सुरेश रेधू, उपाध्यक्ष सीआईआई उत्तराखण्ड विकास गर्ग, क्षेत्रीय निदेशक सीआईआई उत्तरी क्षेत्र बाबू खान सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।