लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए शासन द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) को बदल दिया गया है, इस पद पर अभी तक तैनात डॉ नरेन्द्र अग्रवाल के स्थान पर भाऊराव देवरस संयुक्त चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ आरपी सिंह को लखनऊ का नया मुख्य चिकित्सा अधिकारी बनाया गया है। नये सीएमओ डॉ आरपी सिंह ने अपना कार्यभार सम्भाल लिया है। डॉ नरेन्द्र अग्रवाल को लोकबंधु संयुक्त चिकित्सालय में वरिष्ठ परामर्शदाता के पद पर तैनाती दी गयी है।
कोरोना काल में हुए इस बदलाव और शासन की मंशा को देखते हुए डॉ आरपी सिंह तुरंत ही एक्शन मोड पर आ गये हैं, मुख्य रूप से कोविड मरीजों की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिये हैं। डॉ सिंह से देर रात जब सेहत टाइम्स ने औपचारिक बात की तो उन्होंने बताया कि व्यवस्थाओं को दुरुस्त करना मेरी प्रथम प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि अभी-अभी कंट्रोल रूम की कार्यप्रणाली का जायजा लेकर उन्हें प्रभावी कदम उठाने के निर्देश दिये हैं।
ज्ञात हो इस कोविड काल में लखनऊवासियों को कंट्रोल रूम को लेकर काफी शिकायतें हैं। यहां तक कि जो तीन नम्बर प्राइवेट अस्पतालों को डिस्प्ले करने के लिए दिये गये थे, वह भी नहीं उठ रहे थे। इसी प्रकार मरीजों की भर्ती को लेकर हो रही दिक्कतों की शिकायतें आम हो रही थीं, दो-दो, तीन-तीन दिन के इंतजार के बाद भी भर्ती होने में पसीने छूट रहे थे। जिले के नोडल ऑफिसर होने के नाते कोविड मरीजों के साथ हो रही दिक्कतों का ठीकरा डॉ अग्रवाल पर फूटा और उन्हें पद से हटा दिया गया।
उत्तर प्रदेश में भीषण रूप से चल रहे कोरोना के प्रकोप का सर्वाधिक असर राज्य की राजधानी लखनऊ पर पड़ रहा है, पिछले लम्बे समय से लखनऊ में अन्य जिलों के मुकाबले सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित रोज पाये जा रहे है, ऐसा ही एक दिन शनिवार भी रहा, जब पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ते हुए लखनऊ में 429 नये मरीज निकले।