नई दिल्लीः कोल इंडिया के केन्द्रीय मजदूर संगठनों ने कोयले के व्यावसायिक खनन के विरोध में 16 अप्रैल को एक दिन के हड़ताल पर जाने का नोटिस दिया है। कोल इंडिया एक महारत्न कंपनी है।
प्रस्तावित हड़ताल शुरू नहीं होने देने के उद्देश्य से केन्द्रीय रेल और कोयला मंत्री श्री पीयूष गोयल ने मुंबई में चार मजदूर संगठनों – बीएमएस, एचएमएस, एआईटीयूसी और सीआईटीयू को बैठक के लिए आमंत्रित किया। बैठक में मजदूर यूनियनों की शंकाओं को सही परिप्रेक्ष्य में दूर करने का प्रयास किया गया।
इसके बाद कोयला सचिव के साथ अगले दौर की बैठक हुई। बैठक के परिणामस्वरूप चारों ट्रेड यूनियनों ने सैद्धांतिक तौर पर हड़ताल वापस लेने पर सहमति जताई। वास्तव में बीएमएस और एचएमएस ने हड़ताल से अपने को अलग रखने के लिए लिखित तौर पर स्वीकृति दी। हालांकि एआईटीयूसी ने औपचारिक तौर पर हस्ताक्षर नहीं किया परन्तु उसने हड़ताल से अलग रहने पर सहमति जताई।
सीटू (सीआईटीयू) अकेला मजदूर यूनियन है जिसने व्यवसायिक खनन के विरोध में हड़ताल पर जाने का फैसला कायम रखा है।
उत्पादन में कोई हानि न हो, इसके लिए कोल इंडिया प्रबंधन ने विस्तृत व्यवस्था की है और सभी कोयला खादानों में एक बहुस्तरीय कार्य योजना लागू की है।