नई दिल्ली: केन्द्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री प्रहलाद जोशी ने अस्पताल के उद्घाटन कार्यक्रम में वीडियों कॉन्फ्रेंस के जरिए शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा ‘‘महानदी कोल्फील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) भुवनेश्वर स्थित कोविड-19 अस्पताल का सभी खर्च वहन करेगी। यह देश का दूसरा सबसे बड़ा कोविड़-19 अस्पताल होगा। इन खर्चों में मरीजों के ईलाज पर होनेवाला खर्च भी शामिल है जिसके लिए एमएलसी ने 7.31 करोड़ रु. की धनराशि अग्रिम रूप में जारी की है। यह अस्पताल ओडिशा के लोगों के लिए एक बड़ी चिकित्सा परिसंपत्ति है।’’
महानदी कोल्फील्ड्स लिमिटेड (एमसीएल) कोल इंडिया की अनुषंगी इकाई है। इस अस्पताल में 500 बिस्तरों तथा वेंटिलेटर की सुविधा समेत आईसीयू के 25 बिस्तरों की सुविधा उपलब्ध है। ओडिशा के मुख्यमंत्री श्री नवीन पटनायक ने अस्पताल का उद्घाटन किया। ओडिशा सरकार ने आज से यह अस्पताल शुरू कर दिया है। केन्द्रीय पेट्रोलियमएवं प्राकृतिक गैस मंत्री श्री धमेंन्द्र प्रधान तथा केन्द्रीय कोयला एवं खान मंत्री श्री प्रहलाद जोशी भी कार्यक्रम में शामिल हुए।
श्री प्रहलाद जोशी ने कहा कि केन्द्र सरकार ने राज्य सरकारों को कोविड-19 का मुकाबला करने के लिए जिला खनिज निधि (डीएमएफ) में उपलब्ध शेष राशि का 30 प्रतिशत तक उपभोग करने की अनुमति देने के लिए पहले ही दिशानिर्देश जारी किये हैं। उन्होंने कहा कि इससे ओडिशा जैसे खनिज समृद्ध राज्य को महामारी से लड़ने में मदद मिलेगी।
केन्द्रीय कोयला एवं खान मंत्री ने कहा, ‘‘मैंने कोयला एवं खान मंत्रालय के सार्वजनिक उद्यमों को व्यक्तिगत रूप से निर्देश दिया है कि वे कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में संबंधित राज्य सरकारों को हरसंभव सहायता प्रदान करें। यह महामारी दुनिया के अधिकांश देशों में फैल चुकी है। मुझे खुशी है कि संकट की इस घड़ी में इन सार्वजनिक उद्यमों के प्रयास सराहनीय रहे हैं।’’
कोल इंडिया की अनुषंगी इकाइयों ने 8 राज्यों में 1500 क्वारंटाइन/आइसोलेशन बिस्तर उपलब्ध कराए हैं। इसी प्रकार नाल्को (एनएएलसीओ) के कर्मचारियों ने अपना एक दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दान करने का निर्णय लिया है। यह धनराशि 2.5 करोड़ रु. है। नाल्को का मुख्यालय भुवनेश्वर है। कोरापुट जिले में ओडिशा सरकार द्वारा स्थापित किये जाने वाले एक समर्पित कोविड-19 अस्पताल के वित्त पोषण के लिए भी नाल्को ने अपनी सहमति देदी है।