नई दिल्ली: तट रक्षक बल के लापता विमान डार्नियर की तलाश का काम आज तीसरे दिन भी जारी है और इसमें तट रक्षक बल, नौसेना के जहाज तथा विमान हिस्सा ले रहे हैं। नौसेना के हाइड्रोग्राफिक जहाज आईएनएस संध्यायक ने इस क्षेत्र में 11-12 जून की रात्रि को पहुंच कर तलाशी अभियान शुरू कर दिया है।
यह जहाज लापता विमान के सोनार यंत्रों से किसी भी प्रकार के ट्रांसमिशन का पता लगाने के लिए पानी के भीतर काम करने वाले अपने जांच उपकरणों की मदद ले रहा है। तमिलनाडु के तटीय सुरक्षा समूह की पैरामोटर्स के जरिए कुड्डालूर के 30 किलोमीटर दक्षिण में 11 जून को 1330-1500 बजे के बीच में हवाई सर्वेक्षण किया गया है। तटीय क्षेत्र में दलदली वनस्पति मैन्ग्रोव में भी तलाशी अभियान जारी है। भारतीय नौसेना की पनडुब्बी आईएनएस सिंधुध्वज भी तलाशी अभियान में 13 जून दोपहर के बाद शामिल हो सकती है।
विमान की संभावित स्थिति का पता लगाने के लिए इस क्षेत्र में नेशनल रिमोट सेंसिंग एजेंसी की सहायता से उपग्रह से प्राप्त मानचित्रों का विश्लेषण भी किया गया है। हैदराबाद स्थित इंडियन नेशनल सेंटर फॉर ओसियन इंफार्मेशन सर्विसेज से भी लापता विमान के लिए एसएआर मॉडल प्रोग्रामिंग करने और अधिक संभावित क्षेत्र का पता लगाने का आग्रह किया गया है। इसके अलावा इस क्षेत्र के सामुद्रिक विश्लेषण के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओसियन टेक्नोलॉजी, चेन्नई से भी ममद मांगी गई है तथा उनके शोध जहाज सागर निधि को तैनात किए जाने की संभाव्यता पर भी विचार किया गया है।
विमान कर्मियों के परिजनों से लगातार संपर्क किया जा रहा है और उन्हें खोज अभियान की प्रगति से अवगत कराया जा रहा है।
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