नई दिल्ली: जहाजरानी मंत्रालय के तहत सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम, कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड (सीएसएल) ने आज भारत सरकार को 16.99 करोड़ रुपये के लाभांश का भुगतान किया। कंपनी लगातार सात वर्षों से लाभांश का भुगतान कर रही है। कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक कमांडर के. सुब्रमण्यम ने केन्द्रीय जहाजरानी, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी को लाभांश चैक सौंपा। जहाजरानी सचिव श्री राजीव कुमार और मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी भी इस अवसर पर उपस्थित थे।यह लाभांश 10 रुपये के 11,32,80,000 पूरी तरह से भुगतान वाले इक्विटी शेयरों पर 1.5 रुपये प्रति इक्विटी शेयर की दर का है। इसके अलावा कंपनी ने वर्ष 2014 के दौरान मूल्य संवर्द्धन कर, आयकर, अन्य लाभकर, एक्साइज ड्यूटी, सीमा शुल्क और सेवा कर के माध्यम से राजकोष में 190 करोड़ रुपये का योगदान दिया है।
कोचीन शिपयार्ड का प्रदर्शन जहाज निर्माण / पोत की मरम्मत और जहाजरानी परिदृश्य में अत्यंत ही चुनौतीपूर्ण व्यापारिक वातावरण के बावजूद पिछले कई वर्षों में लगातार बहुत प्रभावशाली रहा है। कोचीन शिपयार्ड का कारोबार पांच गुना बढ़ गया है। वर्ष 2014-15 में इसका व्यापार 1859 करोड़ रुपये का रहा जबकि वर्ष 2005-06 में यह केवल 373 करोड़ रुपये का रहा था। इसी तरह इस अवधि के दौरान शुद्ध मुनाफा 94 करोड़ रुपये से बढ़कर 235 करोड़ रुपये अर्थात् दोगुने से अधिक हुआ है। बाजार में मंदी को देखते हुए कोचीन शिपयार्ड ने अपने टर्न ओवर में 13 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज की है। यह 2013-14 में 1,637 करोड़ रुपये रहा था जो इस वर्ष बढ़कर 1,859 करोड़ रुपये हो गया। इस प्रकार शुद्ध मुनाफा भी जो 2014-15 में 194 करोड़ रुपये रहा था इस वर्ष बढ़कर 235 करोड़ रुपये हो गया है। वर्ष के दौरान कोचीन शिपयार्ड की उपलब्धियों में भारतीय तट रक्षक को 7 तेज गश्ती जहाजों की डिलीवरी शामिल है। तेज गश्ती जहाज के निर्माण की परियोजना भी निर्धारित समय से आगे चल रही है। कंपनी ने निर्धारित समय से दो महीने पहले ही बोया टेंडर जहाज की डिलीवरी भी सौंपी है।