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कर्नल राज्‍यवर्धन राठौड़ ने राष्‍ट्रीय युवा संसद समारोह के राष्‍ट्रीय स्‍तर के फाइनल का उद्घाटन किया

खेल समाचारदेश-विदेश

नई दिल्ली: केन्‍द्रीय युवा मामले एवं खेल राज्‍य मंत्री (स्‍वतंत्र प्रभार) और सूचना एवं प्रसारण राज्‍य मंत्री कर्नल राज्‍यवर्धन राठौड़ ने आज नई दिल्‍ली के डॉ. अंबेडकर अंतर्राष्‍ट्रीय केन्‍द्र में राष्ट्रीय युवा संसद समारोह के राष्ट्रीय स्तर फाइनल कार्यक्रम का उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी 27 फरवरी, 2019 को विज्ञान भवन में राष्‍ट्रीय युवा संसद समारोह-2019 के विजेताओं को पुरस्‍कार प्रदान करेंगे।

राज्‍य स्‍तर के विजेताओं को बधाई देते हुए कर्नल राठौड़ ने युवाओं से अपनी शक्ति की पहचान करने तथा न्यू इंडिया के निर्माण करने का आह्वान किया।  उन्‍होंने कहा कि भारत में युवाओं की विशाल जनसंख्‍या हैं और प्रत्‍येक युवा के पास कुछ विशिष्‍ट गुण है। आवश्‍यकता इस बात की है कि गुण की पहचान की जाए और इन्‍हें प्रोत्‍साहन प्रदान किया जाए। राष्‍ट्रीय युवा संसद समारोह में देश के कोने-कोने से युवा आये हुए है। उनकी पृष्‍ठभूमि अलग है, उनकी संस्‍कृति अलग है, लेकिन उनकी सिर्फ एक पहचान है कि वे सभी भारतीय है और सभी भारतीय तिरंगे का सम्‍मान करते है। मंत्री श्री राठौड़ ने कहा कि विभिन्‍नता देश को अधिक अद्भुत, सुंदर और शक्तिशाली बनाती है। पुलवामा में हुए कायरतापूर्ण हमले के बारे में श्री राठौड़ ने कहा कि शहीद विभिन्‍न राज्‍यों धर्मों और जातियों से संबंधित थे। लेकिन उन्‍होंने मातृभूमि के लिए बलिदान दिया। उन्‍होंने कहा कि सशस्‍त्र सेनाओें में अनुशासन, समर्पण, कर्त्‍तव्‍यपरायणता और बलिदान की भावना होती है। युवाओं को भी इन भावनाओं को विकसित करना चाहिए। 25 करोड़ युवा डिजिटल इंडिया से जुड़े है। उन्‍हें डिजिटल माध्‍यमों के जरिये एकता के संदेश को प्रोत्‍साहित करना चाहिए। हमारे विचारों और सिद्धान्‍तों में अन्‍तर हो सकता है, परंतु देश की एकता पर कोई खतरा नहीं आना चाहिए। देश तेजी से बदल रहा है और यदि हम एकता के सूत्र से बंधे है, तो हमें कोई नुकसान नहीं पहुंचा सकता। यदि हम अपने मतभेदों पर विजय प्राप्‍त करते हैं और एकता के सूत्र में बंधकर कार्य करते है, तो भारत प्रगति के पथ पर तेजी से आगे बढ़ेगा। युवाओं को शिवाजी तथा महाराणा प्रताप जैसे राष्‍ट्रीय व देशभक्‍त व्‍यक्तियों के आदर्शों का अनुसरण करना चाहिए, ताकि आने वाली पीढि़यां राष्‍ट्र निर्माण में वर्तमान युवा पीढ़ी के योगदान को याद कर सके। प्रधानमंत्री द्वारा वार मैमोरियल के उद्घाटन के बारे में कर्नल राठौड़ ने कहा कि जो अपने बहादुर सैन्‍यकर्मियों को याद रखते हैं, वो कभी पीछे नहीं रहते। देश सर्वश्रेष्‍ठ नेतृत्‍व के तहत विकसित हो रहा है तथा असंभावनाओं को संभावनाओं में बदला जा रहा है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी ने मन की बात संबोधन में देश के प्रत्‍येक जिले में युवा संसद आयोजित करने का विचार रखा था। यह कार्यक्रम युवाओं को न्‍यू इंडिया के बारे में विचार करने तथा 2022 से पहले अपने संकल्‍पों को साकार करने के लिए योजना तैयार करने का मंच प्रदान करता है।

युवा मामले एवं खेल मंत्रालय के तत्‍वाधान में राष्‍ट्रीय सेवा योजना (एनएसएस) और नेहरू युवा केन्‍द्र संगठन (एनवाईकेएस) ने संयुक्‍त रूप से राष्‍ट्रीय युवा संसद समारोह, 2019 का आयोजन किया है। इस कार्यक्रम के विषय ‘न्‍यू इंडिया की आवाज बने’ और ‘समाधान ढूंढ़े व नीतिगत योगदान करें’ हैं। 18 से 25 वर्ष के युवाओं को जिला, राज्‍य और राष्‍ट्रीय स्‍तर के युवा संसद कार्यक्रमों में आमंत्रित किया गया था। जिला स्‍तर पर प्रतिभागियों का चयन डिजिटल और वाक इन स्‍क्रीनिंग के जरिये किया गया था। चयन प्रक्रिया 24 से 28 जनवरी के बीच देश के 471 जिलों के नोडल संस्‍थानों में आयोजित हुई थी। प्रत्‍येक जिले के सर्वश्रेष्‍ठ तीन वक्‍ताओं को राज्‍य स्‍तर के कार्यक्रम के लिए चयनित किया गया था। राज्‍य स्‍तर के सर्वश्रेष्‍ठ दो वक्‍ताओं को राष्‍ट्रीय युवा संसद के लिए आमंत्रित किया गया। पूरे देश में 5 से 7 फरवरी के बीच 28 राज्‍य स्‍तरीय युवा संसद कार्यक्रमों का आयोजन किया गया और इनमें 56 प्रतिभागियों का अंतिम रूप से चयन किया गया। प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी राष्‍ट्रीय युवा संसद कार्यक्रम के तीन सर्वश्रेष्‍ठ वक्‍ताओं को क्रमश: दो लाख, डेढ़ लाख और एक लाख की पुरस्‍कार राशि तथा प्रमाण-पत्र प्रदान करेंगे।

लगभग 50 हजार प्रतिभागियों ने युवा संसद कार्यक्रमों में भाग लिया। राष्‍ट्रीय युवा संसद समारोह युवाओं में जन समस्‍याओं को समझने, अपने विचारों का निर्माण करने तथा इन्‍हें व्‍यक्‍त करने का अवसर प्रदान करता है।

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