नई दिल्ली: युवा मामले और खेल (स्वतंत्र प्रभार) राज्य मंत्री कर्नल राज्यवर्धन राठौड़ ने खेल में कामयाबी पाने के लिए युवा खिलाड़ियों से उत्साह और काबिलियत विकसित करने का आह्वान किया है। नई दिल्ली में एंटी डोपिंग पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन (30-31 जनवरी) के समापन सत्र को संबोधित करते हुए आज कर्नल राठौड़ ने खिलाड़ियों को डोपिंग के नकारात्मक प्रभावों के प्रति सचेत किया और उन्हें सलाह दी कि वे जीवन की चुनौतियों से निपटने के लिए उत्साह और समर्पण के साथ कड़ी मेहनत करें। कर्नल राठौड़ ने खिलाड़ियों को यह भी परामर्श दिया कि वे पराजयों और चुनौतियों से घबराए नहीं। उन्होंने कहा कि हार जीवन में बहुत कुछ सिखाती है। उन्होंने यह भी कहा कि विपरीत परिस्थितियों में लिया गया सही फैसला आपकी नियति को आकार देता है।
उन्होंने कहा कि ओलंपिक कांस्य पदक विजेता और छह बार की विश्व मुक्केबाजी चैंपियन मैरी कोम युवाओं के लिए प्रेरणास्रोत हैं, जिनका उन्हें अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह खुशी की बात है कि आज के युवा आगे बढ़ने के लिए आत्मविश्वास से भरपूर हैं और उनमें जीवन के लक्ष्य हासिल करने की ललक है।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने सम्मेलन को भेजे संदेश में कहा कि खेल प्रत्येक व्यक्ति के व्यक्तित्व के विकास का एक महत्वपूर्ण पहलू है। उन्होंने कहा, “खेलों को सभी प्रतिभागियों और राष्ट्रों के लिए न्याय संगत और निष्पक्ष बनाने के लिए एंटी डोपिंग आवश्यक है। हमारे देश में विभिन्न खेलों से संबंधित खेल निकायों को खिलाड़ियों को डोपिंग के दुष्परिणामों से अवगत कराना चाहिए। एंटी-डोपिंग के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए तकनीकी नवाचारों का उपयोग किया जाना चाहिए।”
सम्मेलन का आयोजन युवा मामलों और खेल मंत्रालय के तत्वावधान में नेशनल एंटी डोपिंग एजेंसी (नाडा) और फिजिकल एजुकेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया (पीईएफआई) द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।