चम्पावत/देहरादून: जिन हाईस्कूल एवं इण्टर काॅलेजों का विषयवार परीक्षा फल अत्यन्त खराव हो उस विद्यालय के प्रधानाचार्य सहित अध्यापकों का स्थानान्तरण जनपद से बाहर उत्तरकाशी व चमोली के अत्यन्त दुर्गम विघालय में करें। उक्त निर्देश टनकपुर डिग्री काॅलेज में देर रात्रि तक अधिकारियों की बैठक लेते प्रदेश के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को दिये।
उन्होंने प्रत्येक प्राथमिक विद्यालयों में अध्यापकों की नियुक्ति सुनिश्चित करने तथा सितम्बर मास तक हाईस्कूल एवं इण्टर काॅलेजों में रिक्त पदों पर गेस्ट टीचरों की भर्ती हेतु विज्ञप्ति जारी करने के निर्देश दिये।
मुख्यमंत्री ने मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये कि जिन हाईस्कूल एवं इण्टर काॅलेजों के परीक्षा परिणाम अत्यधिक खराब रहा है उन स्कूलों के सभी अध्यापकों का स्थानान्तरण दूरस्त क्षेत्रों में तत्काल कराना सुनिश्चित करें तथा सभी स्कूलों में रिक्त पदों पर ब्लाक स्तर पर विज्ञप्ति जारी कर अनिवार्य कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। उन्होंने सामाजिक पेंशनों वृद्धावस्था, तीलू रौतेली, गौरादेवी कन्याधन आदि के अन्तर्गत अधिक से अधिक लोगों को इन योजनाओं का लाभ देने हेतु कैम्प लगाकर एक अभियान की तरह कार्य करने को कहा। उन्होंने इस कार्य में जिलाधिकारी से सहयोग करने को कहा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2013 में कन्याधन से वंचित बालिकाओं को लाभान्वित करने हेतु एक मुश्त समाधान किया जा रहा है। उन्होंने टेक होम राशन योजनाओं के अन्तर्गत महिलाओं की संख्या में बृद्धि करने के साथ 60 वर्ष से अधिक की सभी महिलाओं को पात्रता की श्रेणी में लेते हुए लाभान्वित करने के निर्देश जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिये। उन्होंने कहा कि आंगनबाडी केन्द्रों हेतु स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने के लिए पानी की टैकों की व्यवस्था भी सरकार द्वारा की जा रही है।
मुख्यमंत्री ने शिक्षण विद्यालयों का नाम स्वतन्त्रता संग्राम सेनानियों, शहीदों के नाम पर रखने तथा इसे एक अभियान के तौर पर रखने के निर्देश दिये। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को लोहाघाट हाॅस्पिटल में सीसीटीवी कैमरे लगाने, बायोमैट्रिक उपस्थित के साथ अनुबन्ध की प्रक्रिया को सख्ती से लागू करने के निर्देश सीएमओ को दिये। उन्होंने मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना की प्रगति की जानकारी लेते हुए पात्र परिवारों की डाटा एन्ट्री, कार्ड वितरण व आ रहे केसों के साथ-साथ सर्जिकल कैम्प बढाने, फाॅर्मासिस्टो एवं नये चिकित्सकों को सक्रिय करने के निर्देश दिये। उन्होंने चम्पावत में बेस अस्पताल, पाटी में आयूश काॅलेज खोलने हेतु भूमि की उपलब्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिये। उन्होंने आयुर्वेदिक अधिकारी की अनुपस्थिति को संज्ञान में लेते हुए निलंम्बन करने व उनका आॅफिस रिर्काड चैक करने के निर्देश जिलाधिकारी को दिये।
मुख्यमंत्री ने महाप्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र एवं खादी ग्रामोद्योग की छोटी-छोटी ईकाई स्थापित कर लोगों को स्वरोजगार से जोडने और उद्योग परिसर में जो यूनिट नही आ रही है उनके स्थान पर दूसरी यूनिट को आंमन्त्रित करने और चल्थी में उघोगों की स्थापना हेतु प्रभावी कदम उठाने के निर्देश महाप्रबन्धक जिला उघोग केन्द्र को दिये। मुख्यमंत्री ने कृषि एवं उद्यान विभाग को ओलावृष्टि से फसलों को हुए नुकसान तथा अवशेष प्रभावित काश्तकारों को गहनता से चिन्हित कर मुआवजा राशि वितरण करे और तराई से उपर के क्षेत्रों को जैविक घोषित करने के निर्देश अधिकारियों को दिये। उन्होंने उद्योग विभाग को प्याज का कलस्टर तैयार करने, चम्पावत को बीज उत्पादक क्षेत्र के रूप में विकसित करने, सब्जी पौध उगाने वाले काश्तकारों को पंजीकृत कर एक कलैण्डर निर्धारित कर उन्हें प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कृषि अधिकारी को जैविक मडुवा, चैलाई हेतु काश्तकारों को प्रोत्साहित करने, जंगली जानवरों से खेती को बचाने हेतु तार-बाड और दीवार बनाने के निर्देश दिये।
उन्होंने मुख्य पशुचिकित्सा अधिकारी को दूर दराज के क्षेत्रों में अच्छी नस्ल के पशुओं में कृत्रिम गर्भाधान कराकर दुग्ध उत्पादन को बढाने के निर्देश दिये। उन्होंने चैडी पत्ती, बांस प्रजाति के चारा वृक्षों को बढावा देने को कहा। उन्होंने दुग्ध उत्पादन बढाने हेतु महिला दुग्ध समितियों की संख्या बढाने और गंगा गाय योजना के अन्तर्गत प्रत्येक विधवा को एक-एक गाय उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने वन विभाग को नर्सरी विकसित करने और उनमें ओक, अखरोट, भीमल, खडीक, बांस आदि प्रजातियों का रोपण करने और इसे बढावा देने हेतु अल्मोडा में स्थित गोविन्द बल्लभ पंत इन्स्टीटूयट से सहायता लेने की बात कही। मुख्यमंत्री ने जल स्रोत्र संर्बधन हेतु चाल-खाल का निर्माण करने सा्रेतों के आस-पास चैडी पत्ती के वृक्षों को बढावा देने और पानी की समस्या वाले क्षेत्रों में टैंकर भेजने के निर्देश दिये। उन्होंने विधुत विभाग के अधिकारियों को छोटी-छोटी शिकायतों को समय पर सुनने, ट्राॅन्सफाॅरमर खराब होने पर 36 घण्टे में बदलने व विघुत शिकायत को 3 घण्टे में निस्तारित करने को कहा। उन्होंने सिंचाई, लघु सिंचाई को नहर एवं हाइड्रमों का रखरखाव सही ढंग से कर काश्तकारों को लाभान्वित करने और ग्रामीण निर्माण विभाग को अच्छे प्रतियोगी के रूप में कार्य करने के निर्देश दिये। उन्होंने जिला पूर्ति अधिकारी को सीमावर्ती गोदामों में बरसात से पहले तीन माह का राशन भरने के निर्देश दिये। उन्होंने युवा कल्याण अधिकारी को जिला स्तर पर पीआरडी और होमर्गाड में 30 प्रतिशत महिलाओं की भर्ती की जाए। उन्होंने पीडब्लूडी, एनएच को टनकपुर से घाट तक सडको के गड्ढों को भरने व टनकपुर-बनबसा की सडक को ठीक करने के निर्देश दिये। उन्होंन पीडब्लूडी लोहाघाट को घाट से पंचेश्वर सडक को पूर्ण करने, पीएमजीएसवाई को सडकों के निर्माण में तेजी लाने और पर्यटन को ईको टूरिज्म के अन्तर्गत गांव का चयन करने और साहसिक पर्यटन को बढावा दने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि रोडवेज की बसों की चैंकिग का अधिकार अब एसडीएम को भी दे दिया गया है। उन्होंने अधिकारियों को संजीदा होकर पूरे मनोयोग से कार्यो को गति देने के निर्देश दिये।
बैठक में विधायक एवं संसदीय सचित हेमेश खर्कवाल, प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय, पूर्व सांसद प्रदीप टम्टा, अध्यक्ष जिला पंचायत खुशाल सिंह अधिकारी, आयुक्त कुमांऊ मंडल अवनेन्द्र सिंह नयाल, डीआईजी पुष्कर सिंह सेलाल, जिलाधिकारी दीपेन्द्र कुमार चैधरी, सीडीओ एसएसएस पंागती, सभी एसडीएस, भारी संख्या में कांग्रेसी पदाधिकारी, कार्यकर्ता, जिला पंचायत संदस्य, क्षेत्रीय पंचायत प्रतिनिधि, सभी अधिकारी एवं आम जनता आदि उपस्थित थी।
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