देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में अब कलर डॉप्लर जांच भी हो सकेगी। यहां कलर डॉप्लर की सुविधा शुरू कर दी गई है। बीपीएल और एमएसबीवाई कार्ड धारकों के लिए जांच मुफ्त होगी। बाकी मरीजों को जांच के लिए 354 रुपये अदा करने होंगे। निजी सेंटरों पर यह जांच ढाई से तीन हजार में होती है।
कलर अल्ट्रासाउंड मशीन अलग नहीं होती है, अल्ट्रासाउंड मशीन में ही एक कलर डॉप्लर लगता है। अल्ट्रासाउंड मशीन के जरिए पेट के रोगियों की सोनोग्राफी की जाती है। इससे लीवर में संक्रमण, किडनी की दिक्कत, नसों में गांठ पड़ जाना, गर्भवती महिलाओं की महावारी में गड़बड़ी और गर्भ में शिशु की जांच की जाती है।
सामान्य अल्ट्रासाउंड से खून के रंग की जांच नहीं हो पाती है। इसमें शरीर के अंदर दृव्य काला ही दिखता है। भले ही वह पानी हो, खून हो या फिर पस। कलर डॉप्लर के जरिए इसकी पहचान हो जाती है। खून में गड़बड़ी की पहचान होने पर उसका उपचार भी संभव हो जाता है। हाल में एम्स ऋषिकेश से रेडियोलॉजिस्ट डॉ. विभू गोयल ने मेडिकल कॉलेज में बतौर सीनियर रेजीडेंट ज्वाइन किया है। वह नियमित रूप से कलर डॉप्लर कर रहे हैं।