मुंबई: अमिताभ बच्चन से लेकर शाहरुख़ ख़ान तक सभी को ‘कॉमेडी नाइट्स विद कपिल शो में दादी की पप्पियां हमेशा याद रहेंगी। कपिल की इस ‘दारूबाज़’ और ‘चालाक’ दादी का किरदार निभाने वाले कलाकार अली असग़र को लोग उनके नाम से कम और दादी के रूप में ज्यादा जानते हैं।
बेशक दादी का किरदार आज बहुत हिट हो गया है। लेकिन अली असग़र दादी का किरदार नहीं करना चाहते थे। दादी के किरदार को मना करने की सबसे बड़ी वजह थी असग़र का बेटा। उसे यह बिल्कुल पसंद नहीं था कि उनके पापा महिलाओं के किरदार निभाएं। मेरे बेटे ने पूछा था कि पापा आपको कुछ और करना नहीं आता है क्या?
अली बताते हैं, “मैं तय कर चुका था कि मुझे फीमेल कैरेक्टर नहीं करना है। चूंकि इससे पहले मैंने कपिल के साथ ‘कॉमेडी सर्कस के तानसेन’ शो की एक सीज़न की थी जिसमें तकरीबन 17-18 एपिसोड मैंने लड़की बनकर किए थे। मैं बोर हो चुका था।”
“लेकिन सात से आठ महीने बाद मुझे ‘कॉमेडी नाइट्स विद कपिल’ शो का ऑफ़र आ गया। दादी सुनते ही मैंने ना बोल दिया, लेकिन कपिल भाई बोले प्लीज़ कर लो, चलो एक-दो एपिसोड कर लो अगर नहीं जमेगा तो दादी के बजाय दादा कर लेना.।फिर लोगों को ये किरदार पसंद आया।”
अपने करियर के बारे में अली बताते हैं, “मैं पैदायशी कलाकार हूं लेकिन शेफ़ बनना चाहता था। उसके लिए मैंने पढ़ाई भी की।”
“1993-1994 की बात है मुझे यूएस से एक बहुत ही शानदार जॉब ऑफ़र आया.।लेकिन मैं पांच साल से पहले मुंबई नहीं लौट सकता था यह बात उस जॉब के नियमों में शामिल थी. परिवार का अकेला लड़का होने के कारण घरवालों ने साफ़ मना कर दिया।”
करियर के बारे में अली ने बताया, “जब एकता कपूर ने मुझे ‘कहानी घर घर की’ के लिए ऑफ़र दिया तब मैंने एक्टिंग को करियर बनाने के बारे में गंभीरता से सोचा।अपनी कामयाबी का राज़ बताते हुए अली कहते हैं, “मेरे लिए काम ज्यादा मायने रखता है बजाय पीआर के।”