लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी ने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार पूरी शक्ति और संसाधनों से कोरोना के विरुद्ध संघर्ष कर रही है। यह समय जीवन, जीविका और मानवता को बचाने का है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के हितों के लिए प्रतिबद्ध है। किसानों से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर गेहूं फसल को खरीदे जाने की प्रक्रिया कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए तेजी से चल रही है। कोरोना की दूसरी लहर के दौरान संक्रमण तीव्र होने के बावजूद गेहूं क्रय अभियान के तहत लगभग 14,22,340.76 लाख मीट्रिक टन से अधिक गेहूं खरीदा गया है, जो पिछले वर्ष से दोगुना अधिक है। उन्होंने किसानों से कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए स्वयं, परिवार तथा समाज का बचाव करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि किसानों सहित सभी के सहयोग से कोरोना को परास्त करने में हम एक बार फिर सफल होंगे।
मुख्यमंत्री जी आज यहां वर्चुअल माध्यम से किसानों के साथ संवाद कर रहे थे। उन्होंने प्रदेश व देश की प्रगति व समृद्धि में किसानों के पुरुषार्थ और परिश्रम के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि कोरोना का यह कालखण्ड किसानों की उपज की खरीद का भी समय है। उन्होंने गेहूं क्रय केन्द्र प्रभारियों व अधिकारियों को निर्देश दिये कि किसानों को क्रय केन्द्रों पर किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े। वे किसानों से समन्वय बनाते हुए और कोविड से सुरक्षा के प्रति जागरूक रहते हुए, पारदर्शिता व ईमानदारी के साथ अपने कार्याें को सम्पादित करें। उन्होंने कहा कि इस समय कभी-कभी होने वाली बारिश के दृष्टिगत गेहूं को भीगने से बचाने के भी इन्तजाम सुनिश्चित किए जाएं।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि क्रय केन्द्रों पर कोविड संक्रमण के दृष्टिगत सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गयी हैं। इस समय लगभग 06 हजार केन्द्र संचालित हैं। किसानों को गेहूं खरीद का भुगतान 72 घण्टे के दौरान सुनिश्चित किया जा रहा है। 82 प्रतिशत से अधिक किसानों को गेहूं मूल्य का भुगतान किया जा चुका है। प्रतिदिन 90,000 से 01 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद की जा रही है। गेहूं खरीद का अभियान 15 जून, 2021 तक जारी रहेगा। क्रय केन्द्रों पर ई-पाॅस मशीनों की व्यवस्था की गयी है, जिनके माध्यम से पारदर्शिता के साथ गेहूं क्रय किया जा रहा है। क्रय केन्द्रों पर कृषकों के बैठने, पेयजल आदि की व्यवस्था है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश, देश व दुनिया इस समय कोरोना जैसी वैश्विक महामारी से जूझ रही है। पिछले वर्ष प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में कोरोना कोे नियंत्रित करने में सफलता मिली। कोरोना का जब पहला केस आया था, तब टेस्ट व बेड्स की सुविधा नहीं थी। वर्तमान में एल-1 सुविधा के 01 लाख 16 हजार तथा एल-2 व एल-3 सुविधा के 70 हजार बेड्स उपलब्ध हैं। इन्हें दोगुना किए जाने का प्रयास किया जा रहा है। इस महामारी की विकरालता के सामने संसाधनों की सीमा है। सभी मिलकर इस महामारी से लड़ेंगे, तो इसे परास्त करने में सफलता मिलेगी। संक्रमण से बचाव ही सर्वाेत्तम उपाय है। सरकार, समाज, सामाजिक व स्वयंसेवी संगठनों आदि के सामूहिक प्रयासों से संक्रमण की चेन को तोड़ा जा सकता है।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि कोविड संक्रमण से गांवों को सुरक्षित रखने के लिए 05 मई, 2021 से विशेष टेस्टिंग अभियान प्रारम्भ हो रहा है। इसके तहत राजस्व ग्रामों में घर-घर जाकर लोगों से सम्पर्क किया जाएगा और आर0आर0 टीम द्वारा लक्षणयुक्त लोगों का एण्टीजेन टेस्ट किया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में लक्षणयुक्त लोगों की पहचान कर उनको निःशुल्क मेडिसिन किट उपलब्ध कराते हुए, उनका उपचार किया जाएगा। टेस्ट की रिपोर्ट और मरीज की स्थिति के आधार पर उसे होम आइसोलेशन, क्वारण्टीन अथवा अस्पताल में इलाज की सुविधा उपलब्ध करायी जाएगी। ग्राम पंचायत/स्कूलों में क्वारण्टीन सेण्टर बनाए जाएंगे। इन सेण्टरों में रहने वालों लोगों की देखभाल व खानपान की व्यवस्था सरकार द्वारा की जाएगी।
मुख्यमंत्री जी ने कहा कि प्रदेश में 05 मई, 2021 से प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत प्रति व्यक्ति 05 किलो निःशुल्क खाद्यान्न का वितरण किया जा रहा है। श्रमिक, रिक्शा, ठेला, रेहड़ी, दैनिक मजदूर आदि को भोजन की समस्या न हो इसके लिए सामुदायिक किचन की व्यवस्था की जा रही है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री जी ने 08 जनपदों-गोरखपुर, वाराणसी, बागपत, शाहजहांपुर, अलीगढ़, बाराबंकी, झांसी तथा मुजफ्फरनगर के किसानों से संवाद किया। उन्होंने किसानों से गेहूं क्रय केन्द्रों के संचालन, गेहूं खरीद व भुगतान की स्थिति के सम्बन्ध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि किसान कोरोना प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए क्रय केन्द्रों पर जाएं। राज्य सरकार द्वारा सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की गई हैं। अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि किसानों को किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े।
किसानों ने मुख्यमंत्री जी को अवगत कराया कि क्रय केन्द्रों पर कोविड प्रोटोकाॅल का पालन किया जा रहा है। उन्हें गेहूं विक्रय और भुगतान में किसी प्रकार की समस्या नहीं हो रही है। 72 घण्टे के अन्दर उनके खाते में भुगतान किया जा रहा है।
खाद्य एवं रसद राज्यमंत्री श्री रणवेन्द्र प्रताप सिंह (धुन्नी सिंह) ने धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि 07 क्रय केन्द्र एजेसिंयों के माध्यम से गेहूं खरीद का कार्य क्रय केन्द्रों पर कोविड प्रोटोकाॅल का पालन करते हुए तेजी से संचालित किया जा रहा है। ई-पाॅप मशीनों की व्यवस्था की गई है। गेहूं खरीद से अब तक 02 लाख 69 हजार 737 किसानों को लाभान्वित किया गया है।
वेबिनार का संचालन प्रमुख सचिव खाद्य एवं रसद श्रीमती वीना कुमारी मीना ने किया। इस अवसर पर अपर मुख्य सचिव मुख्यमंत्री श्री एस0पी0 गोयल, अपर मुख्य सचिव एम0एस0एम0ई0 एवं सूचना श्री नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं सूचना श्री संजय प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।