इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय, क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ द्वारा आयोजित सात दिवसीय कौशल संवर्धन कार्यशाला एवं सात दिवसीय एन0एस0एस0 विशेष शिविर का समापन इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ के सभागार में हुआ। इस कार्यक्रम में एन0एस0एस0 के स्वयंसेवकों, विद्यार्थियों सहित लगभग 300 लोगों ने भाग लिया।
डाॅ0 कीर्ति विक्रम सिंह, सहायक क्षेत्रीय निदेशक व कार्यक्रम अधिकारी, एनएसएस ने अपने सम्बोधन में बताया कि इग्नू क्षेत्रीय केन्द्र, लखनऊ द्वारा संचालित सात दिवसीय विशेष शिविर एवं कौशल संवर्धन कार्यशाला में हुए क्रिया-कलापों की एक विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की और उन्होनें बताया कि इन सात दिनों में विद्यार्थियों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण प्रदान किया। साथ-ही-साथ उन्हें जीवन-कौशल, प्राथमिक चिकित्सा, स्वरोजगार, उद्यमिता का प्रशिक्षण राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय के सहयोग से प्रदान किया गया।
वरिष्ठ क्षेत्रीय निदेषक, डाॅ0 मनोरमा सिंह ने इस कार्यक्रम में आए सभी वक्ताओं, छात्र-छात्राओं तथा मलिन बस्ती वासियों का स्वागत करते हुए कहा कि शिक्षा एक ऐसा अस्त्र है जो समाज में व्यापक परिवर्तन ला सकता है और इस परिवर्तन के माध्यम से समाज में समानता की स्थापना की जा सकती है। डाॅ0 सिंह ने यह भी कहा कि शिक्षा से सशक्तीकरण एक सुदृढ़ विकल्प है जिसके माध्यम से महिलाओं को शिक्षित करते हुए रोजगार तथा अनेक उद्यमों को प्रारम्भ करने के लिए अवसर प्रदान किया जा सकता है। अनेक उदाहरणों को देते हुए क्षेत्रीय निदेशक ने कहा कि इग्नू द्वारा संचालित पाठ्यक्रमों का लाभ महिलाओं ने लिया एवं अपने क्षेत्र में उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया है जो सराहनीय है।
श्री भगीरथ वर्मा (एच.जे.एस.), ओ0एस0डी0, उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ ने विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें प्राधिकरण द्वारा चलाई जा रही विभिन्न परियोजनाओं की जानकारी दी साथ-ही-साथ उन्हें ग्रामीण विकास एवं राष्ट्र निर्माण हेतु प्रेरित किया। उन्होंने लोक अदालतों की कार्यप्रणाली के विषय में विस्तृत जानकारी प्रदान की। उन्होंने विद्यार्थियों को न्यायपालिका के कार्याें के विषय में विस्तार से बताया साथ-ही-साथ उन्हें पैरालीगल वाॅलन्टियर्स के क्रियाकलापों के विषय में जानकारी दी।
श्री मनोज कुमार वर्मा, निदेशक, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार ने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों को उनके द्वारा की गई एन.एस.एस. की गतिविधियों के माध्यम से राष्ट्र के विकास एवं एकीकरण का मार्ग प्रशस्त किया जा सकता है और जातिगत भेदभाव एवं सम्प्रदायिकता जैसे भावों को विनष्ट किया जा सकता है।
श्री आनंद शेखर सिंह, अध्यक्ष, बी.एस.एस.आई.टी.एम. गु्रप आॅफ इंस्ट्यिूशन रहे। उन्होंने अपने उदबोधन में विद्यार्थियों को जीवन कौशल की तकनीकों को सीखने के लिए प्रेरित किया। उन्होनें कहा कि अगर विद्यार्थी आत्मरक्षा एवं जीवन कौशल तकनीकों में निपुण हैं तो उनमें आत्म विश्वास का संचार होता है जो उन्हें अपने जीवन में कुछ सकारात्मक करने के लिये प्रेरित करता हैं।
इस अवसर पर विशेष शिविर में प्रशिक्षण प्रदान करने वाले प्रशिक्षकों का सम्मान किया गया साथ ही उत्कृष्ठ प्रदर्शन करने वाले स्वयंसेवकों को सम्मानित किया गया।