देहरादून: मुख्यमंत्री हरीश रावत ने मंगलवार देर रात बीजापुर हाउस में शीशमबाड़ा प्रसंस्करण कम्पोस्टिंग एवं वैज्ञानिक भूमि भरण योजना के संबंध में शासन, नगर निगम, जिला प्रशासन के अधिकारियों के साथ ही क्षेत्रीय जनप्रतिनियों से वार्ता की।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने इस योजना के संबंध में क्षेत्रीय जनता मंे व्याप्त असंतोष को दूर करने के निर्देश देते हुए कहा कि इस योजना के संबंध में स्थानीय जनता के मन में जो भय व आशंकाएं है उन्हें दूर किया जाना जरूरी है। इसके लिये योजना की पूरी जानकारी जनता को उपलब्ध करायी जाय तथा इसका व्यापक रूप से पंपलेट, पोस्टर व विज्ञापन के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जाय। जितने गांव इससे अपने को प्रभावित होना बता रहे है, वहां के लोगों को समझाया जाय। नगर निगम व जिला प्रशासन इसमें सक्रियता से कार्य करें। स्थानीय जन प्रतिनिधियों व क्षेत्र के प्रमुख व्यक्तियों की बैठक आयोजित कर योजना के संबंध में किये जा रहे सुरक्षा उपायों की जानकारी उपलब्ध करायी जाय, लोगों को यह भी बताया जाय, कि इस प्रकार के संयंत्र जो अन्य स्थलों में पर लगे है, वहां पर क्या उपाय किये गये है तथा इससे कोई नुकसान नहीं होने वाला है। उन्होंने निर्देश दिये के 10 दिनों तक इस संबंध में व्यापक जन जागरूकता के साथ ही स्थानीय जनता से वार्ता कर उन्हें समझाने का प्रयास किया जाय तथा जनता की शंका तथा आशंकाओं दूर करने के प्रयास किया जाय, तबतक वहां पर निर्माण कार्य जनहित में रोक दिया जाय। इस संबंध में लोगों के मन में जो भय व्याप्त है उसे दूर करने का प्रभावी प्रयास किया जाय। जिनकी जमीन पर यह योजना संचालित हो रही है उनकी सहमति के प्रयास किये जाने चाहिए।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने कहा कि हमें शहरीकरण को स्वीकार करना होगा, जनहित से जुड़ी योजनाओं का क्रियान्वयन होना भी जरूरी है। विरोध के लिये विरोध करने के बजाय तर्क के आधार पर इसका परीक्षण किया जाना होगा। इसके लिये यदि कोई विकल्प सामने आता हो तो उसका भी परीक्षण किया जाय। लोगों को विश्वास में लेकर ही एसी योजनाएं क्रियान्वित हो तो बेहतर होगा। उन्होंने इस संबंध में किये जा रहे विरोध प्रदर्शन को बन्द करने की भी अपेक्षा की।
मुख्य नगर अधिकारी नितिन भदौरिया ने योजना से संबंधित कार्ययोजना की जानकारी दी। बैठक में सचिव नगर विकास डीएस गब्र्याल, जिलाधिकारी देहरादून रविनाथ रमन, एसएसपी देहरादून सदानन्द दात्ते, शहरी विकास व नगर निगम के अधिकारियों, कार्यकदायी संस्था रैमकी इनवायरों इंजिनियरिंग लि. के प्रतिनिधि के साथ ही क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों में शंकरचंद रमोला, गुल्जार अहमद, मेघसिंह, शाहीन बानो, अकल अहमद, याकूब, अमरसिंह कश्यप, रीना शर्मा, प्रधान सेलाकुई आदि उपस्थित थे।