लखनऊ: हर घर के आँगन में फुदकने वाली गौरैया अब आस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है. एक समय था जब ये हमारे परिव्चार के सदस्य की तरह रहती थी लेकिन आधुनिकता की दौड़ में गौरैया विलुप्त होने की कगार पर है. बाल विकास मांटेसरी स्कूल तेलीबाग के वार्षिक पुरस्कार कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर बोलते हुए सरोजिनी नगर पूर्व ब्लाक अध्यक्ष पति अजय सिंह यादव ने कहा गौरैया की कम होती संख्या प्रकृति के विनाश का संकेत है. जंगल ख़त्म हो रहे हैं, नदियाँ सूख रही हैं तथा वैश्विक तापमान में निरंतर वृद्धि हो रही है. हम कुदरत के प्रति दुश्मनों जैसा व्यवहार कर रहे हैं इसीलिए कुदरत भी हमसे रूठ रही है. गौरैया का संरक्षण समय की आवश्यकता है. इस अवसर पर उन्होंने क्षेत्र की सैकड़ों महिलाओं को साड़ी और गौरैया के संरक्षण के लिए मिटटी के बर्तन वितरित किये. महिलाओं के विकास पर बोलते हुए बाल विकास मांटेसरी स्कूल की प्रिंसिपल पूनम ने कहा स्त्री परिवार की धुरी होती है अतः उसे अपने स्वास्थ्य और शिक्षा की और विशेष ध्यान देना चाहिए. इस अवसर पर स्कूल प्रबंधक पीसी यादव, सुविधा महिला उत्थान की मीना श्रीवास्तव, अनु गुप्ता, अनीता राज, सुनीता सिंह, मानसी बरनवाल, खुशबु सिंह, नौबत सिंह, ग्रीन वैरियर ग्रुप के वालंटियर, देव एक्सेल ग्रुप के अलावा तेलीबाग की सैकड़ों महिलाएं उपस्थित रही. स्कूल के बच्चों ने मनमोहक नृत्य, नाटक तथा गायन से दर्शकों का मन मोह लिया.