मुख्य चुनाव आयुक्त श्री सुनील अरोड़ा ने दुनिया में लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए समयबद्ध, स्वतंत्र, निष्पक्ष और सहभागी चुनावों के संचालन के लिए आज विभिन्न देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों (ईएमबी) की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया। उन्होंने लोकतंत्र के बार में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति अब्राहम लिंकन के कथन का उल्लेख करते हुए कहा कि ‘लोगों का, लोगों द्वारा, और लोगों के लिए’ सरकार को लोकतंत्र कहा जाता है।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने नेल्सन मंडेला के एक उद्धरण को भी याद किया: ‘साहस डर का दूर होना नहीं, बल्कि उस पर विजय प्राप्त करना है। बहादुर आदमी वह नहीं है जिसे डर नहीं लगता, बल्कि वह है जो उस डर पर विजय प्राप्त करता है।’
कोविड-19 के दौरान चुनाव आयोजित करने की समस्याए, चुनौतियां एवं प्रोटोकॉल: देश के अनुभवों को साझा करना, विषय पर आयोजित अंतर्राष्ट्रीय वेबिनार के समापन सत्र के दौरान अपने संबोधन में श्री अरोड़ा ने इस घटना के कारण पैदा हुई साझा चुनौतियों पर प्रकाश डाला।
मुख्य चुनाव आयुक्त ने जोर देकर कहा कि आज के वेबिनार में चुनाव संचालन से जुड़े अधिकारियों को प्रशिक्षित करने का महत्व स्पष्ट तौर पर उजागर हुआ है।
चुनाव आयुक्त श्री सुशील चंद्रा ने अपने संबोधन में जोर देकर कहा कि कोविड-19 की छाया में चुनाव न केवल स्वतंत्र और निष्पक्ष होना चाहिए बल्कि मतदाताओं के साथ-साथ मतदान अधिकारियों और ड्यूटी पर तैनात सुरक्षा कर्मियों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि विभिन्न देशों की प्रस्तुतियों ने दर्शाया कि चुनाव से पहले, चुनाव के दौरान, और चुनाव के बाद के लिए व्यापक तौर पर आवश्यक तैयारियां की गई हैं। सबसे बड़ी चिंता यह सुनिश्चित करना है कि मतदाता कोविड के इस दौर में मतदान करते समय सुरक्षित महसूस करें। उन्होंने आयोग द्वारा अपनाए गए सुरक्षा प्रोटोकॉल के बारे में मतदाताओं को प्रभावी तौर पर बताए जाने की आवश्यकता पर जोर दिया।
चुनाव आयुक्त श्री राजीव कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि मौजूदा वैश्विक महामारी के बावजूद चुनावों के सुचारू संचालन के लिए मतदाताओं को काफी अपेक्षाएं हैं। इस वेबिनार में कोविड-19 के कारण पैदा हुई चुनौतियों के बीच चुनाव कराने के लिए विचारों और अनुभवों को आपस में साझा करने से सभी प्रोटोकॉल के साथ सुरक्षा प्रावधानों और सेवाओं को सुचारु करने में काफी मदद मिलेगी और इससे मौजूदा चुनौतियों के बावजूद लोकतंत्र को मजबूती मिलेगी। उन्होंने इस वेबिनार में भाग लेने वाले सभी चुनाव निकायों से नागरिकों के राजनीतिक अधिकारों, लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं और संस्थानों की रक्षा करने के संकल्प को दोहराने की अपील की।
इस वेबिनार के दौरान अपनी प्रस्तुति देने वाले देशों में फिजी, कोरिया गणराज्य, मंगोलिया, ताइवान, दक्षिण अफ्रीका, बांग्लादेश और मलावी शामिल थे। इसमें भाग लेने वाले अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में इंटरनेशनल आइडिया, ए-वेब और आईएफईएस शामिल थे।
इस वेबिनार ने सभी प्रतिभागियों को विचारों का आदान-प्रदान करने और कोविड-19 वैश्विक महामारी के इस चुनौतीपूर्ण दौर में चुनाव आयोजित करने संबंधी एक-दूसरे के अनुभवों से सीखने के लिए एक शानदार अनुभव प्रदान किया ताकि स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी और सुरक्षित चुनाव सुनिश्चित किया जा सके।