नई दिल्ली: प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज दिशा सूचक उपग्रह आईआरएनएसएस-आईजी के प्रक्षेपण का साउथ ब्लॉक, नई दिल्ली से अवलोकन किया। उपग्रह को ले जा रहे पीएसएलवी ने श्रीहरिकोटा से दोपहर बाद 12 बजकर 50 मिनट पर उड़ान भरी।
इस सफल प्रक्षेपण के कुछ क्षण बाद प्रधानमंत्री ने श्रीहरिकोटा में मौजूद इसरो के वैज्ञानिकों को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए के बधाई दी।
उन्होंने कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष विज्ञान में बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल की है, जिसमें जनता की जिदंगी में बदलाव लाने की क्षमता है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘इस सफल प्रक्षेपण के साथ, हम अपनी प्रौद्योगिकी की शक्ति से अपने रास्ते स्वयं तय करेंगे। यह वैज्ञानिकों की ओर से जनता के लिए बहुत बड़ा उपहार है।’’ उन्होंने कहा कि ये प्रयास न सिर्फ भारत के लिए मददगार साबित होंगे, बल्कि सार्क देशों की भी सहायता कर सकेंगे।
प्रधानमंत्री ने घोषणा की कि इस दिशा सूचक प्रणाली को एनएवीआईसी- ‘‘नेवीगेशन विद इंडियन कान्स्टलेशन’’ के नाम से जाना जाएगा। उन्होंने कहा कि यह ‘‘मेक इन इंडिया’’ और ‘‘मेड फॉर इंडियन्स’’ का उदाहरण है।