कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के नतीजे तो आ गए हैं, लेकिन अभी तक सरकार को लेकर स्थिति साफ नहीं हुई है. कांग्रेस-जेडीएस लगातार बहुमत का दावा कर रही है, वहीं बीजेपी कह रही है कि वह सबसे पार्टी है. सभी की नज़रें अब राजभवन पर टिकी हैं. कांग्रेस और जेडीएस राज्यपाल वजुभाई वाला के सामने अपने विधायकों की परेड करवाएगी.
कांग्रेस और जेडीएस अपने विधायकों के साथ राजभवन पहुंच गए हैं. आपको बता दें कि कर्नाटक में 222 सीटों पर मतदान हुआ था, इस हिसाब से बहुमत के लिए 112 विधायकों का समर्थन ही चाहिए.
बड़े अपडेट्स –
05.01 PM: सूत्रों की मानें तो समर्थन पत्र पर कांग्रेस के कुल 78 में से तीन विधायकों के हस्ताक्षर नहीं हैं.
04.55 PM: जेडीएस का दावा सभी 38 विधायक के साथ राज्यपाल के सामने परेड करवाएंगे.
Bengaluru: HD Kumaraswamy leads delegation to Raj Bhawan to meet Governor Vajubhai Vala pic.twitter.com/V37JgYIG6I
— ANI (@ANI) May 16, 2018
04.51 PM: जेडीएस के सभी विधायक राजभवन पहुंच गए हैं.
04.47 PM: कांग्रेस सूत्रों की मानें तो राज्यपाल के सामने 75 विधायक परेड करेंगे.
04.45 PM: कांग्रेस समर्थन पत्र पर विधायकों के साइन करवाए, अभी भी आनंद सिंह और नागेंद्र के साइन नहीं हैं.
04.43 PM: कांग्रेस अपने विधायकों को बस में बैठाकर राजभवन के लिए रवाना हुई.
Bengaluru: Congress MLAs to leave for Raj Bhavan from Karnataka Pradesh Congress Committee (KPCC) office. #KarnatakaElectionResults2018 pic.twitter.com/QGlO8JvOfB
— ANI (@ANI) May 16, 2018
अगर बीजेपी को मिला न्योता तो ये कदम उठाएगी कांग्रेस
सूत्रों की मानें तो कांग्रेस पार्टी अभी से विकल्पों पर काम कर रही है. अगर राज्यपाल बीजेपी को सरकार बनाने का न्योता देते हैं तो कांग्रेस इन कदमों को उठा सकती है.
# गवर्नर के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका
# गवर्नर के सामने विधायकों की परेड
# जरुरत पड़े तो राष्ट्रपति की शिकायत, राष्ट्रपति के सामने ही विधायकों की परेड
लिंगायत मठों की मदद ले रही बीजेपी!
भारतीय जनता पार्टी कर्नाटक में सरकार बनाने के लिए पूरे जोर लगा रही है. सूत्रों की मानें तो बीजेपी कांग्रेस के लिंगायत विधायकों के संपर्क में हैं. इसके लिए पार्टी लिंगायत मठों से संपर्क साध रही है, जिससे लिंगायत समुदाय के विधायक येदियुरप्पा के संपर्क में आ जाएं. इसके अलावा बीजेपी को राज्यपाल के फैसले का भी इंतजार है.
100 करोड़ रुपए में विधायक खरीद रही है बीजेपी
जेडीएस के कुमारस्वामी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी हमारे विधायकों को खरीदने के लिए 100 करोड़ रुपए की पेशकश कर रही है. बीजेपी के पास नंबर नहीं हैं, हमारे पास बहुमत का पूरा आंकड़ा है. उन्होंने कहा कि उनके कुछ विधायकों को 100 करोड़ और कैबिनेट मंत्री का पद का ऑफर दिया जा रहा है.
आपको बता दें कि कुमारस्वामी को जेडीएस विधायक दल का नेता चुना गया है. कुमारस्वामी ने कहा है कि 2006 में उन्होंने बीजेपी के साथ जाकर गलती की थी, इससे मेरे पिता नाराज़ हुए थे. इसलिए मैं इस बार ऐसा नहीं करूंगा. उन्होंने कहा कि मेरे पास दोनों तरफ से ऑफर था, लेकिन मैंने बीजेपी के साथ ना जाने का फैसला किया है.
येदियुरप्पा बने BJP विधायक दल के नेता
बी. एस. येदियुरप्पा बीजेपी विधायक दल के नेता चुने गए हैं. उन्होंने दावा किया है कि वह कल (गुरुवार) को शपथ लेंगे. विधायक दल की बैठक के बाद येदियुरप्पा और प्रकाश जावड़ेकर राज्यपाल से मिलने राजभवन पहुंचे हैं.
कांग्रेस ने लगाया आरोप
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि बीजेपी उसके विधायकों को डराने धमकाने की कोशिश कर रही है, यही कारण है कि पार्टी की ओर से विधायकों को सुरक्षित रखने के लिए कई तरह की कोशिशें की जा रही हैं. कांग्रेस ने इग्लटन रिसॉर्ट में अपने विधायकों के लिए कमरे बुक करवाए हैं. बताया जा रहा है कि 120 कमरे बुक कराए गए हैं. कांग्रेस सभी विधायकों को सरकार बनने तक यहीं पर रहने को कह सकती है जिससे बीजेपी उनसे संपर्क ना कर पाए.
क्या करेंगे राज्यपाल?
हालांकि इन सबके बीच सभी की नज़रें राज्यपाल वजुभाई वाला पर टिकी हैं कि सरकार बनाने के लिए वे पहले किसको निमंत्रित करते हैं. राज्यपाल के पास अभी दो विकल्प हैं, पहला ये कि वे सबसे बड़ी पार्टी बीजेपी को पहले बुलाएं और बहुमत साबित करने के लिए कहें या फिर जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन को सरकार बनाने के लिए न्यौता दें, जोकि जादुई आंकड़े का दावा कर रहे हैं.
संविधान विशेषज्ञ सुभाष कश्यप का कहना है कि ये पूरी तरह राज्यपाल पर निर्भर है कि वे सरकार बनाने के लिए पहले किसे आमंत्रित करते हैं. सबसे बड़ी पार्टी को, या गठबंधन सरकार को.
नतीजों में बीजेपी बनी है सबसे बड़ी पार्टी
मंगलवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों में 104 सीटों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जबकि कांग्रेस को 78 और जेडीएस को 37 सीटें मिलीं. इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी और कर्नाटक प्रज्ञयवंथा जनता पार्टी को क्रमशः 1-1 सीटें मिली हैं. इनके अलावा एक सीट अन्य के हिस्से में भी आई है. आपको बता दें कि कर्नाटक में 222 सीटों पर मतदान हुआ था, इस हिसाब से बहुमत के लिए 112 विधायकों का समर्थन ही चाहिए. With Input Aajtak