लखनऊ: देश भर में ‘वैश्विक महामारी’ का रूप धारण कर चुके कोरोना वायरस से बचाव एवं रोकथाम हेतु चल रहे प्रयासों के मद्देनजर उ0प्र0 कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी ने उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी द्वारा एक सप्ताह तक कोई भी राजनैतिक कार्यक्रम न करने का निर्णय लिया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष श्री अजय कुमार लल्लू जी ने आज जारी बयान में कहा कि कांग्रेस पार्टी देश हित और जनहित को सर्वोपरि मानती है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी कोरोना वायरस से बचाव एवं इसके रोकथाम में अपना योगदान देगी। एक सप्ताह तक कोई भी राजनैतिक कार्यक्रम नहीं किया जायेगा।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश कांग्रेस कमेटी के चिकित्सा प्रकोष्ठ एवं उ0प्र0 कांग्रेस सेवादल ने मिलकर प्रदेश के अधिकांश जिलों में कोरोना वायरस से बचाव, जागरूकता एवं रोकथाम हेतु भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों रेलवे स्टेशनों, बस अड्डों एवं बड़ी बाजारों में सेनेटाइजर, मास्क, हैण्ड वाश आदि वस्तुओं का वितरण एवं आम जनता में इसके बचाव के लिए जागरूकता अभियान चला रहे हैं। उन्होने इस महामारी से बचाव एवं रोकथाम हेतु अपने-अपने जिले में युद्ध स्तर पर जुटने के लिए प्रदेश के सभी कांग्रेसजनों का आवाहन किया है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के अधिकांश जिलों में ऐसा देखने में आया है कि इस महामारी को देखते हुए जो स्वास्थ्य सेवाओं की तैयारी होनी चाहिए उसमें कमी है, कई मरीजों को कोरोना वायरस का अंदेशा होने पर इसकी जांच के लिए कई-कई अस्पतालों में दौड़ना पड़ रहा है, जिससे उनकी तबियत और बिगड़ रही है तथा इस बीमारी के फैलने की संभावनाएं बढ़ रही हैं।
श्री अजय कुमार लल्लू जी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से सवाल किया है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए राजधानी लखनऊ सहित प्रदेश के कितने जनपदों में और कितने सरकारी अस्पतालों में कितने-कितने आईसीयू, आइसोलेशन वार्ड, वेंटिलेटर वार्डों का गठन किया गया है मुख्यमंत्री आम जनता को बतायें। उन्होने मांग की है कि प्रदेश सरकार तुरन्त कोरोना वायरस से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए प्रदेश के सभी जनपदों के सरकारी अस्पतालों में इसकी जांच एवं समुचित इलाज हेतु व्यवस्था सुनिश्चित करें तथा सेनेटाइजर, मास्क, हैण्डवाश आदि आम जनता में निःशुल्क वितरित करायें।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि प्रदेश सरकार के मंत्री और अधिकारीगण जनता को सुझाव और सलाह तो खूब दे रहे हंै और खुद इस पर अमल नहीं करते। खुद स्वास्थ्य मंत्री और अधिकारीगण बड़ी-बड़ी पार्टियों में शामिल होते हैं और जनता को गुमराह कर रहे हैं। एक संक्रमित महिला के इस पार्टी में शामिल होने के कारण पूरी राजधानी के लिए एक खतरा पैदा हो गया है।