लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री केशव प्रसाद मौर्य ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं की अनुबन्ध हो जाने के बाद 1 महीने के अंदर काम शुरू न करने वाले ठेकेदारों को नोटिस देकर उन्हें डिबार करने की कार्यवाही की जाए और 3 महीने के अंदर कार्य प्रारंभ न करने वाले ठेकेदारों को ब्लैक लिस्टेड किया जाए। उन्होंने यह भी कहा की कार्य शुरू न करने की लापरवाही में यदि किसी अधिकारी की संलिप्तता पाई जाती है, तो उसके विरुद्ध भी कठोरतम कार्यवाही की जाएगी। श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि कौन सा कार्य प्रारंभ समय से नहीं हुआ है इसके लिए 9 निगरानी टीमों का गठन कर धरातल पर वास्तविकता की जांच करायी जाय। श्री केशव प्रसाद मौर्य आज अपने सरकारी आवास सात-कालिदास मार्ग पर लोक निर्माण विभाग के कार्यों की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने लोक निर्माण विभाग की विभिन्न योजनाओं की प्रगति की जानकारी हासिल की और कहा कि कार्यों में और अधिक प्रगति लाई जाए। उच्च स्तर के अधिकारी स्वयं समीक्षा करें, अनुश्रवण करें व मौके पर जाकर निरीक्षण भी करें। श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि असमय बारिश हो जाने के कारण गड्ढा मुक्ति के कार्यों पर कुछ प्रभाव पड़ा है, लेकिन अब कार्य बहुत ही तीव्र से कराए जा रहे हैं और कार्यों में अपेक्षित प्रगति हुई है। उन्होंने कहा कि 15 नवंबर तक गड्ढा मुक्त अभियान चलाए जाने के निर्देश दिए गए थे, जिससे 30 नवंबर 2021 कर दिया गया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वह पूरी निष्ठा, लगन व ईमानदारी के साथ गड्ढा मुक्त अभियान व सड़कों की मरम्मत तथा निर्माणाधीन कार्यों को सुचारू और सुव्यवस्थित ढंग से निर्धारित समय सीमा के अंदर अनिवार्य रूप से पूरा कराएं। बैठक में बताया गया कि 72 प्रतिशत से अधिक सड़कों को गड्ढा मुक्त कर दिया गया है और, जिसमें स्टेट हाईवे, मुख्य जिला मार्ग व अन्य जिला मार्ग की प्रगति पचासी परसेंट है और ग्रामीण मार्गों का 67 प्रतिशत गड्ढा मुक्ति का कार्य पूरा हो चुका है। कुल मिलाकर लोक निर्माण विभाग द्वारा 54373 किलोमीटर सड़कों को गड्ढा मुक्ति का कार्य अभियान के तहत किया गया है।
श्री मौर्य ने रोड सेफ्टी के कार्यों को भी बेहद गंभीरता से लेने के निर्देश दिए और कहा कि रोड सेफ्टी के अच्छे कार्यों से दुर्घटनाओं में कमी आती है उन्होंने कहा की सर्दी के मौसम में कोहरे आदि के कारण तमाम दुर्घटनाएं हो जाती है इसको ध्यान में रखते हुए इस तरह के साइन बोर्ड लगाये जाए व रोड लाइनिंग की जाए, जिससे आसानी से देखा भी जा सके और सड़क भी अच्छी लगे।
उन्होंने कहा लोक निर्माण विभाग की जहां पर से सड़कें प्रारंभ होती हैं और जहां पर समाप्त होती हैं वहां पर इस आशय के बोर्ड अवश्य लगाए जाएं जिनमें यह दर्शाया जाए कि वह सड़क लोक निर्माण विभाग की है। यह कार्य 15 दिन के अंदर अनिवार्य रूप से पूरा किया जाए। उन्होंने इंटर स्टेट सीमा पर लगने वाले गेटो के कार्य को शीघ्र प्रारंभ कराए जाने के निर्देश दिए और कहा कि सभी गेट दिसंबर 21 तक अनिवार्य रूप से बनवा दिए जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि मेजर मरम्मत के कार्य के भी सिलापट लगाये जाए और वहां पर जनप्रतिनिधियों को बुलाया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जो लोकार्पण और शिलान्यास के कार्यक्रम हुए हैं, उनसे संबंधित पत्थर संबंधित साइट पर अनिवार्य रूप से लगाए जाएं और पत्थर लगाते समय वहां के जनप्रतिनिधियों को अनिवार्य रूप से आमंत्रित किया जाए तथा कार्यक्रम की फोटो भेजी जाए। अनजुडी़ बसावटों कार्य को जोड़ने वाले मार्गों के कार्यों को भी शीर्ष प्राथमिकता के आधार पर कराए जाने के निर्देश दिए।
श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा की जिन महापुरुषों के नाम से या विशिष्ट मार्गों के नाम से मार्गों का नामकरण हुआ है उनके बोर्ड अनिवार्य रूप से वहां लगाया जाए और इसका निरीक्षण भी हर हाल में करा लिया जाए। श्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि अच्छा, उल्लेखनीय और उत्कृष्ट कार्य करने वाले खंड व जोन के अभियंताओं को पुरस्कृत किया जाए और जिनका काम खराब है उनके विरुद्ध कार्रवाई किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
मौर्य ने कहा कि जहां पर पान्टून पुल बनाए जाने की निर्देश दिए गए हैं वहां पर पांटून पुल भी प्राथमिकता के साथ बना दिया जाए। उन्होंने कहा कि 2024 के प्रयागराज में होने वाले महाकुंभ के दृष्टिगत लोक निर्माण विभाग अभी से अपनी कार्य योजना बनाना प्रारंभ करें। सेतु निगम द्वारा कराए जा रहे कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि सेतु निगम द्वारा बहुत ही उच्च कोटि के कार्य कराए जा रहे हैं और सेतु निगम की जिस तरह से साख देश में रही है ,उसी तरह की साख बनाये रखी जाए और सेतु निगम द्वारा यह प्रयास किया जाए कि जिस तरह से कई देशों में निगम द्वारा ब्रिज बनाए गए हैं, उसी तरह से कई कई अन्य देशों में सेतु बनाने के कार्य लेने का प्रयास किया जाए। उन्होंने कहा कि सेतु निगम के कार्य में कहीं कहीं पर भूमि की समस्या होने के मामले प्रकाश में आए हैं इसलिए प्रोजेक्ट वार समीक्षा कर ली जाए और जहां कहीं दिक्कत है, कोई उसका समस्या है तो उसका समाधान किया जाना सुनिश्चित किया जाए।
बैठक में प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग श्री नितिन रमेश गोकर्ण, सचिव लोक निर्माण विभाग श्री समीर वर्मा, विभागाध्यक्ष लोक निर्माण विभाग श्री राकेश सक्सेना, मुख्य अभियंता (मुख्यालय एक) श्री संजय श्रीवास्तव, विशेष कार्याधिकारी प्रदीप कुमार प्रमुख रूप से मौजूद रहे।