बीजिंग: चीन से फैले कोरोनावायरस से दुनिया भर में 9,800 से ज़्यादा लोग संक्रमित हो चुके हैं. चीन ने शुक्रवार शाम तक मुख्य भूमि में 9,692 मामलों की पुष्टि की है. इसके अलावा हांगकांग (Hong-Kong) में 12 और मकाऊ (Macau) में पांच मामले सामने आए हैं. इस वायरस से 305 लोगों की मौत हुई है, जिसमें अधिकतर मौतें चीन के हुबेई प्रांत में हुई हैं. इसी प्रांत में दिसंबर में नए तरीके के कोरोना वायरस का पता चला था.
अलग- अलग देशों में कोरोना वायरस के मामले इस प्रकार हैं:-
थाईलैंड : 19, जापान : 16, सिंगापुर : 16, ताईवान : 9, मलेशिया : 8, ऑस्ट्रेलिया: 8, दक्षिण कोरिया : 11, फ्रांस : 6, वियतनाम: 5, अमेरिका : 6, जर्मनी : 6, कनाडा : 3, संयुक्त अरब अमीरात : 4, रूस: 2, इटली: 2, इंग्लैंड : 2, भारत : 1, फिलीपींस: 1, फिनलैंड : 1, नेपाल: 1, कंबोडिया: 1, श्रीलंका :1.
चीन जाने वाली फ्लाइट्स हुईं कम बता दें जानलेवा कोरोना वायरस के चलते विभिन्न उड़ान सेवाएं चीन जाने वाली अपनी उड़ानों को रद्द या कम कर रही हैं. चीन ने अपने नागरिकों को विदेश यात्राएं नहीं करने की सलाह दी है. वहीं विभिन्न देशों ने भी अपने नागरिकों से चीन की यात्रा नहीं करने का आग्रह किया है.
विश्व स्वास्थ्य संगठन ने वायरस को लेकर आपातकाल की घोषणा की है. कोरोनावायरस के चलते 305 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि दुनियाभर में सात हजार से अधिक लोग इसकी चपेट में है. इनमें 80 लोग चीन, मकाऊ और हांगकांग से बाहर के हैं. लगभग 15 देशों में इस वायरस के मामले सामने आए हैं.
इन देशों से भारत आ रहे लोगों की होगी जांचवहीं भारत भी कोरोना वायरस के खतरे के मद्देनजर चीन, हांगकांग के अलावा थाईलैंड (Thailand) और सिंगापुर (Singapore) से आने वाले यात्रियों की भी हवाई अड्डों पर जांच (स्क्रीनिंग) की जाएगी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को यह जानकारी दी. कैबिनेट सचिव राजीव गौबा की अध्यक्षता में कोरोना वायरस से निपटने की तैयारियों को लेकर यहां हुई एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक में यह निर्णय लिया गया.
मंत्रालय ने कहा, ‘चीन और हांगकांग से आने वाले यात्रियों के अलावा सिंगापुर और थाईलैंड से आने वाले यात्रियों की भी हवाई अड्डों पर जांच की जाएगी.’ स्वास्थ्य, नागरिक उड्डयन, कपड़ा और फार्मास्युटिकल मंत्रालय के सचिव इस बैठक में शामिल हुए. कैबिनेट सचिव अब तक पांच समीक्षा बैठक कर चुके हैं. शनिवार तक 326 विमानों से आए कुल 52,332 यात्रियों में कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण की जांच की जा चुकी है.
चीन में 10 दिन में अस्पताल तैयार
चीन की सेना को रविवार को उस अस्पताल की जिम्मेदारी सौंप दी गई जिसे विशेष रूप से कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों का उपचार करने के लिए बनाया गया है. लगभग 1,400 सैन्य चिकित्सक एक हजार बिस्तरों वाले ‘फायर गॉड माउंटेन’ नामक अस्पताल में विषाणु से संक्रमित लोगों का इलाज करेंगे.
सरकारी मीडिया के अनुसार अस्पताल का निर्माण शुरू होने के दस दिन बाद ही सोमवार को मरीज आने शुरू हो जाएंगे. यह अस्पताल उन दो अस्थायी अस्पतालों में से एक है जिन्हें वुहान के अस्पतालों में मरीजों की अधिकता को देखते हुए बनाया गया है. दूसरे अस्पताल का नाम ‘थंडर गॉड माउंटेन’ रखा गया है जहां गुरुवार से मरीजों को भर्ती किया जाएगा. इसमें 1,600 बिस्तरों की सुविधा होगी.
इन देशों ने अपने नागरिकों को बुलाया वापस
भारत ने शनिवार और रविवार को दो विमानों के जरिए 647 भारतीयों तथा मालदीव (Maldives) के सात नागरिकों को वुहान (Wuhan) से निकाला. वुहान से लाए गए लोगों को विशेषज्ञ डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मियों की निगरानी में दो हफ्ते तक रखा जाएगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि उनमें संक्रमण के लक्षण न हों.
भारत के अलावा अमेरिका, श्रीलंका और अन्य देशों ने अपने नागरिकों को वुहान से निकाला है जबकि पाकिस्तान (Pakistan) ने वुहान में फंसे अपने नागरिकों को हवाई मार्ग से निकालने की गुहार को मानने से इनकार कर दिया है.
वहीं उबर ने मैक्सिको में उन 240 ग्राहकों के अकाउंट निलंबित कर दिए है जो उन ड्राइवरों के संपर्क में आए होंगे जिन्होंने जानलेवा कोरोना वायरस से संक्रमित एक संदिग्ध व्यक्ति को अपने वाहन में बैठाया था. Source News18