नई दिल्ली: कंपनी अधिनियम के तहत स्वतंत्र निदेशकों के कामकाज को मजबूत बनाने के उद्देश्य से कॉरपोरेट मंत्रालय ने कंपनी अधिनियम 2013 के प्रावधानों तथा उसके अंतर्गत बनाए जाने वाले नियमों के मद्देनजर आज नई दिल्ली में स्वतंत्र निदेशकों का डाटाबैंक शुरू किया।
कॉरपोरेट मंत्रालय के सचिव श्री इंजेती श्रीनिवास द्वारा जारी डाटाबैंक को www.mca.gov.in या www.independentdirectorsdatabank.in पर देखा जा सकता है। यह मंत्रालय द्वारा उठाया जाने वाला एक अभूतपूर्व कदम है, जिस पर मौजूदा स्वतंत्र निदेशकों तथा स्वतंत्र निदेशक बनने के आकांक्षियों को पंजीकरण कराने की सुविधा उपलब्ध होगी।
इस डाटाबैंक के जरिए वे कंपनियां भी अपना पंजीकरण करा सकती हैं, जो सही कौशल रखने वाले व्यक्तियों को चुनने और उनसे जुड़ना चाहती हैं, ताकि उन व्यक्तियों को स्वतंत्र निदेशकों के रूप में नियुक्त किया जा सके।
डाटाबैंक पोर्टल को भारतीय कॉरपोरेट कार्य संस्थान ने विकसित किया है। इसके तहत विभिन्न विषयों पर ई-लर्निंग पाठ्यक्रम की विस्तृत श्रेणी उपलब्ध होगी। इन विषयों में कंपनी अधिनियम, प्रतिभूति नियम, बुनियादी लेखा इत्यादि शामिल हैं। अधिसूचित नियमों के अनुसार सभी मौजूदा स्वतंत्र निदेशकों के लिए आवश्यक है कि वे एक दिसंबर, 2019 से तीन महीने के भीतर डाटाबैंक में अपना पंजीकरण करा लें। उनके लिए यह भी आवश्यक होगा कि वे अपने कौशल मूल्यांकन के लिए ऑनलाइन परीक्षण करें, जो मार्च, 2020 से उपलब्ध होगा। यह कार्य एक वर्ष के भीतर पूरा हो जाना चाहिए।
पंजीकरण प्रक्रिया को सरल बनाया गया है और उसके तीन आसान चरण हैं –
- मंत्रालय की वेबसाइट पर यूजर अकाउंट के जरिए लॉग-इन करना
- लॉग-इन करने के बाद यूजर के लिए डाटा बैंकखुल जाएगा
- ई-लर्निंग और ई-प्रोफिशियंसी मूल्यांकन के लिए सब्सिक्रिप्शन प्लान चुनना होगा।
इस अवसर पर प्रमुख उद्देश्यों, व्यक्ति या कॉरपोरेट के लिए पंजीकरण प्रक्रिया तथा पोर्टल पर उपलब्ध ज्ञान संसाधन के विषय में ‘इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स डाटाबैंक-हैंडबुक’ नामक प्रकाशन का भी विमोचन किया गया।