भारतीय कपड़ा उद्योग परिसंघ (CITI) के अनुसंधान संघ-कॉटन डेवलपमेंट रिसर्च एसोसिएशन (CDRA) के स्वर्ण जयंती समारोह का समापन विज्ञान भवन में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री नरेंद्र सिंह तोमर के मुख्य आतिथ्य तथा केंद्रीय कपड़ा और रेल राज्य मंत्री श्रीमती दर्शना विक्रम जरदोश के विशेष आतिथ्य में हुआ। इस अवसर पर श्री तोमर ने कहा कि कपास की खेती देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, भारत कपास का सबसे बड़ा उत्पादक देश है और लाखों किसान इस खेती में जुटे हुए हैं। कपास का उत्पादन-उत्पादकता बढ़ाने व किसानों की प्रगति के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार तत्पर है व अनेक योजनाओं के जरिये निरंतर काम कर रही है।
श्री तोमर ने कहा कि हमारा कृषि क्षेत्र, अर्थव्यवस्था की रीढ़ के समान है। कृषि क्षेत्र में कपास की भूमिका महत्वपूर्ण है। खाद्यान्न व कपड़े के बिना काम नहीं चल सकता है,खाद्यान्न का तो हमारे देश में बंपर उत्पादन हो रहा है, वहीं कपास की खेती भी और उन्नत होना चाहिए, जिसके लिए सरकार तत्परता से प्रयत्नशील है।कपास सेक्टर में करोड़ों लोगों को रोजगार मिला हुआ है, वहीं कैश क्राप की दृष्टि से किसानों के लिए कपास की खेती का महत्व है। कपास के क्षेत्र में किसानों की मेहनत, वैज्ञानिकों का अनुसंधान तथा उद्योगों का योगदान है, वहीं उत्पादकता बढ़ाने को भारत सरकार बहुत गंभीरता से ले रही है। प्रधानमंत्री श्री मोदी नित-नए उपक्रम करते हुए किसानों की भलाई के काम में लगे हुए हैं, खेती का क्षेत्र हमेशा से उनकी प्राथमिकता पर रहा है और वे गांव-गरीब-किसानों की चिंता करते है।
श्री तोमर ने कहा कि कोविड के प्रतिकूल समय में भी खेती से जुड़े लोगों ने बेहतर भूमिका का निर्वहन किया है, जिसके लिए वे बधाई के पात्र है। इस समारोह के विभिन्न सत्रों के दौरान पैनलिस्टों के बीच कपास के विभिन्न पहलुओं पर काफी गंभीर विचार-मंथन हुआ है, जिसके आधार पर कपास के विकास के लिए एक रोडमैप तैयार करके आगे काम किया जा सकता है, जो परिवर्तन लाने में मदद करेगा। श्री तोमर ने विश्वास दिलाया कि सरकार कपास क्षेत्र के समग्र विकास के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेगी।
राज्य मंत्री श्रीमती दर्शना विक्रम जरदोश ने कहा किकपास भारत में सबसे महत्वपूर्ण व्यावसायिक फसलों में से एक है और लाखों कपास किसानों सहित संबद्ध क्षेत्रों में बड़ी संख्या में लोगों के लिए रोजगार पैदा करके भारतीय कपड़ा उद्योग के लिए रीढ़ के रूप में कार्य करता है। इसके अलावा, कपड़ा और परिधान के अधिकांश निर्यात उत्पाद भी कपास आधारित हैं। पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार के दौरान जो कपास प्रौद्योगिकी मिशन लागू किया गया था, उससे कपास किसानों और समग्र रूप से कपड़ा उद्योग को बहुत मदद मिली थी। अब भारत का कृषि निर्यात तेजी से बढ़ रहा है, जो प्रधानमंत्री श्री मोदी के भारत को वैश्विक विनिर्माण केंद्र बनाने के दृष्टिकोण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। CITI के अध्यक्ष श्री टी. राजकुमार, CDRA की कपास स्थाई समिति के अध्यक्ष श्री पी.डी. पटोदिया ने भी विचार रखे। इस अवसर पर कपास के प्रगतिशील किसानों का सम्मान किया गया। साथ ही श्री पी.डी. पटोदिया, श्री प्रेम मलिक व श्री सुरेश कोटक को लाइफ-टाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिया गया।