देहरादून: मुख्यमंत्री आवास में मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत से द यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम (यूएनडीपी) की कन्ट्री हेड सुश्री शोको नोदा एवं एडिशनल कंट्री हेड डॉ. राकेश कुमार ने शिष्टाचार भेंट की। मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र ने यूएनडीपी से कृषि, बागवानी, के साथ ही ग्रोथ सेन्टरों के विकास में तकनीकि सहयोग की अपेक्षा की। प्रदेश में पर्यटन के साथ ही कृषि, बागवानी एवं वैकल्पिक उर्जा जैसे क्षेत्रों में बेहतर प्रयासों की भी उन्होंने जरूरत बतायी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में भौगोलिक स्थिति के अनुरूप योजनायें संचालित की जा रही है। महिला सशक्तिकरण एवं किसानों की आर्थिक स्थिति की मजबूती के लिये भी प्रयास किये जा रहे हैं। इस दिशा में यूएनडीपी का सहयोग मिलने से कार्यों में और गति आ सकेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में हनी उत्पादन की भी अपार संभावनायें हैं। देहरादून में प्लास्टिक से डीजल बनाने के साथ ही हरिद्वार में वेस्ट से इनर्जी उत्पादन की योजना पर कार्य किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने यूएनडीपी से प्रदेश में प्राकृतिक कृषि को बढ़ावा देने में भी तकनीकि सहयोग की अपेक्षा की। उन्होंने इसमें पदमश्री सुभाष पालेकर से हुई उनकी वार्ता का जिक्र किया। उन्होंने श्री पालेकर के कम लागत और अधिक उत्पादन के शोध को राज्य के अनुकूल बताते हुए इसमें भी यूएनडीपी से सहयोगी बनने को कहा। मुख्यमंत्री ने यूएनडीपी से राज्य में आजीविकास मिशन सोलर पावर, उर्जा, माइक्रो हाइडिल, पेयजल, जलवायु परिवर्तन, आपदा प्रबंधन, एरोमेटिक प्लांट, लघु उद्योगों के साथ ही स्वंय सहायता समूहों के उत्पादों की ब्रांडिंग व आजीविकास सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में भी सहयोग की अपेक्षा की।
यूएनडीपी की कन्ट्री हेड सुश्री शोको नोदा ने मुख्यमंत्री को उत्तराखण्ड के विकास में हर सम्भव सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि भारत में यूएनडीपी की कन्ट्री हेड बनने के बाद उत्तराखण्ड से अपने भ्रमण की शुरूआत की है। उन्होंने उत्तराखण्ड में संचालित विभिन्न योजनाओं एवं कार्यक्रमों के विकास में तकनीकि व आर्थिक सहयोग का भी भरोसा मुख्यमंत्री को दिया।
यूएनडीपी के एडिशनल कंट्री हेड डॉ राकेश कुमार ने बताया कि कृषि क्षेत्र के विकास में तकनीकि दक्षता की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में कृषि क्षेत्र के विकास में आने वाली कठिनाइयों के निराकरण की दिशा में भी कार्य किया जा रहा है, इसी परिपेक्ष में कृषि वैज्ञानिक डॉ अभिजित वासू को भी देहरादून में आयोजित कार्यशाला भी आमंत्रित किया गया था। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड के विकास में यूएनडीपी पूरा सहयोग देगा, उत्तराखण्ड को महत्व देते हुए देश में स्थापित यूएनडीपी के 5 कार्यालयों में उत्तराखण्ड भी शामिल है। उन्होंने कहा कि यूएनडीपी द्वारा प्रदेश में मिनी कोल्ड स्टोरेज की स्थापना में भी सहयोग किया जा रहा है। इससे पर्वतीय क्षेत्रों में कृषि उत्पादों एवं फलोत्पादन को बढ़ावा मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि देहरादून में प्लास्टिक प्रोसेस मशीन लगाये जाने की प्रक्रिया गतिमान है।