प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के आह्वान पर सितंबर में देशभर में चलाए जा रहे पोषण माह के तहत गुरुवार को प्रधानमंत्री के जन्म दिवस के अवसर पर कृषि विज्ञान केंद्रों द्वारा आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को एक लाख पोषण किट्स का वितरण किया गया। कृषि मंत्रालय-भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) द्वारा आयोजित पोषण अभियान-2020 और महिला कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण, ग्रामीण विकास तथा पंचायती राज मंत्री श्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने कहा कि सतत विकास के लक्ष्य प्राप्त करने के लिए कुपोषण को जड़ से मिटाना आवश्यक है, इस दिशा में आईसीएआर एवं देशभर के 700 से ज्यादा कृषि विज्ञान केंद्र (केवीके) पोषण किट्स वितरण एवं पोषण स्मार्ट ग्राम जैसी अभिनव पहल कर रहे हैं। खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करने के उपरांत देश पोषण सुरक्षा के लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में अग्रसर है।
केंद्रीय मंत्री श्री तोमर ने कार्यक्रम में कहा कि माताओं एवं बच्चों को पोषणयुक्त आहार मिलें, इस दिशा में केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय, कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय, आईसीएआर, इफको एवं अन्य संस्थाएं निरंतर सकारात्मक प्रयत्न कर रहे हैं। हमारे देश में पुरातनकाल से यह व्यवस्था रही है कि परिवारों को पोषणयुक्त आहार सामग्री घर के आस-पास ही आसानी से मिल सकें, लेकिन भौतिकवाद बढ़ने के साथ ही घर-आंगन में ही फल-सब्जियां उगाने की परंपरा पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के माध्यम से अब कोशिश की जा रही है कि आंगनवाड़ियों में पोषण आहार की सुगमता हों।
श्री तोमर ने कहा कि पोषण वाटिका एवं पोषण थाली की जो संकल्पना की गई है, इसके पीछे यही उद्देश्य है कि गरीब परिवारों तक भी पोषण आहार सुगमता से पहुंच सकें। उन्होंने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि इस दिशा में सितंबर माह में पूरे देश में पोषण अभियान चल रहा है और सभी केवीके भी इस दिशा में पूरी संलग्नता से काम कर रहे है। पोषण जागरूकता फैलाने के लिए बहनों की बैठकें की जा रही है। इफको ने भी संसाधन उपलब्ध कराने के लिए अभियान में भागीदारी का संकल्प लिया है। आज देशभर के केवीके में प्रधानमंत्री के जन्म दिवस के अवसर पर आंगनवाड़ियों की बहनों का कार्यक्रम कर एक लाख पोषण किट्स का वितरण किया जा रहा है। इन किट्स में विभिन्न प्रकार के बीज, पौधे, रोपण सामग्री तथा जागरूकता संबंधी साहित्य शामिल हैं। इन किट्स के माध्यम से आंगनवाड़ियों में किचन गार्डन विकसित करके पोषणयुक्त आहार पैदा किया जाएगा। श्री तोमर ने कहा कि कुपोषण को दूर करने में यह एक सामाजिक प्रयत्न है।
श्री तोमर ने कहा कि देश में 11 कृषि तकनीकी अनुप्रयोग अनुसंधान संस्थानों के मार्गदर्शन में केवीके द्वारा 307 पोषण स्मार्ट ग्रामों एवं 8,264 पोषण वाटिका की स्थापना की जा चुकी है। पोषण से संबंधित तकनीकी मूल्यांकन 130 केवीके द्वारा 252 क्रियाकलापों पर किया जा चुका है, जिसके 2,116 लाभार्थी लाभान्वित हुए हैं। पोषण से संबंधित तकनीकी प्रदर्शन में 4,505 क्रियाकलापों को किया जा चुका है, जिसके 50,894 लाभार्थी थे। इन तकनीकी प्रदर्शनों में पोषण वाटिका पर 2,744 प्रदर्शन, बायो-फोर्टिफाइड किस्मों पर 222 प्रदर्शन, मूल्य संवर्धन पर 1,149 प्रदर्शन और अन्य पोषण संबंधित उद्यमों पर 390 प्रदर्शन किए गए हैं। इनका लाभ ग्रामीण क्षेत्र में कुपोषण दूर करने में मिल रहा है।
इस अवसर पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण राज्य मंत्री श्री कैलाश चौधरी, आईसीएआर के महानिदेशक डॉ. त्रिलोचन महापात्रा व उपमहानिदेशक श्री ए.के. सिंह, इफको के चेयरमैन श्री यू.एस. अवस्थी सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी एवं सभी केवीके की टीम तथा आंगनवाड़ियों की कार्यकर्ता भी उपस्थित थीं।