नई दिल्ली: तूफानी बल्लेबाज एवं भारतीय महिला 20 -20 क्रिकेट टीम की कप्तान एवं अर्जुन अवार्ड से सम्मानित हरमनप्रीत कौर की पंजाब पुलिस में डीएसपी की नौकरी खतरे में पड़ गई है। राज्य के ग्रह विभाग की ओर से उसकी योग्यता की ग्रेजुएशन की डिग्री फर्जी पाई गई है।
पंजाब की रहने वाली हरमनप्रीत को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और पंजाब पुलिस प्रमुख सुरेश अरोड़ा ने इस वर्ष 1 मार्च को डीएसपी का स्टार लगा कर उसकी विभाग में जुआइनिंग करवाई थी। हरमनप्रीत के पिता हरमंदर सिंह भुल्लर ने बताया कि हरमनप्रीत मुंबई है।
उन्होंने कहा कि उसकी बेटी 12वीं कक्षा करने बाद पंजाब से बाहर क्रिकेट खेलने कारण उसने बाहर से ही पढ़ाई की है। उन्होंने कहा कि हमें भी इस बात का पता लगा है कि राज्य के ग्रह विभाग की ओर से उसकी योग्यता की ग्रेजुएशन की डिग्री फर्जी पाई गई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार उन्होंने बताया कि हरमनप्रीत ने इस डिग्री पर ही रेलवे में नौकरी की। उन्होंने कहा कि वह पड़ताल करके ही कुछ कह सकते हैं। हरमनप्रीत ने डीएसपी की नौकरी के लिए चौधरी चरन सिंह यूनिवर्सिटी, मेरठ से ग्रेजुएशन की डिग्री दिखाई थी पर जब डिग्री जांच के लिए भेजी गई तो उसका रजिस्ट्रेशन नंबर मौजूद नहीं था।
हरमनप्रीत की नियुक्ति उसकी क्रिकेट उपलब्धियां को देखते हुए डीएसपी के पद पर नियुक्त की गई थी। यहां बताने योग्य है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के यतनों सदका भारतीय रेल मंत्रालय ने हरमनप्रीत कौर के एंप्लायमेंट बांड को माफ कर दिया है, इस बाद ही हरमनप्रीत का पंजाब पुलिस में बतौर डीएसपी जुआइन करने के लिए रास्त साफ हुआ था।
मुख्य मंत्री ने निजी तौर पर यह मामला केंद्रीय मंत्री के पास उठाया था और उनको हरमनप्रीत का रेलवे से इस्तीफा स्वीकार करने के लिए अपील की थी जिससे वह पंजाब में डीएसपी के पद पर जिम्मेदारी संभाल सके। Source UPUK Live